नई दिल्ली। न्यूज व्यूज पोस्ट।
CBI ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में चार्जशीट दाखिल की है। यह मामला ₹2200 करोड़ की किरू जलविद्युत परियोजना से जुड़ा है, जिसमें टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप हैं।
चार्जशीट ऐसे समय दाखिल हुई है जब सत्यपाल मलिक की तबीयत काफी नाजुक है। वह पिछले 10 दिन से दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं और किडनी डायलिसिस पर हैं।
क्या है मामला?
सत्यपाल मलिक ने पहले दावा किया था कि राज्यपाल रहते हुए उन्हें दो फाइलों को पास करने के बदले ₹300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश हुई थी। इनमें से एक फाइल इसी परियोजना से जुड़ी थी।
CBI ने अप्रैल 2022 में केस दर्ज किया और फरवरी 2024 में दिल्ली व जम्मू-कश्मीर में 30 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे। छापे मलिक के घर, उनके करीबी लोगों और चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड (CVPPPL) से जुड़े अधिकारियों पर पड़े।
CBI की जांच में कौन-कौन शामिल?
CBI के अनुसार, जिन अधिकारियों की भूमिका जांच में सामने आई है, उनमें शामिल हैं:
- नवीन कुमार चौधरी (पूर्व चेयरमैन, CVPPPL)
- एमएस बाबू, एमके मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा
- पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड नामक कंपनी, जिसे ठेका दिया गया
CBI का कहना है कि प्रोजेक्ट का ठेका रिवर्स ऑक्शन और ई-टेंडरिंग से होना था, लेकिन उसे नियमों के खिलाफ सीधे एक कंपनी को दे दिया गया।
मलिक की सेहत खराब
सत्यपाल मलिक के एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से जानकारी दी गई है कि वे 11 मई से अस्पताल में भर्ती हैं। पोस्ट के मुताबिक, “अभी मेरी हालत बहुत खराब है… पिछले तीन दिनों से डायलिसिस की जा रही है।”