नई दिल्ली (न्यूज व्यूज पोस्ट )। राजधानी की नींद उस वक्त दहल गई, जब उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद स्थित शक्ति विहार इलाके में आज तड़के करीब 2:50 बजे एक चार मंजिला इमारत अचानक जमींदोज हो गई। चंद सेकेंडों में सबकुछ तबाह हो गया। इमारत के मलबे में कई लोग दब गए, चीख-पुकार से इलाका गूंज उठा।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग की पांच गाड़ियां, डॉग स्क्वॉड और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी ताकत से जारी है। अब तक 10 लोगों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। राहत-बचाव कार्य में स्थानीय लोग भी बढ़-चढ़कर मदद कर रहे हैं।
‘सबकुछ आंखों के सामने बर्बाद हो गया…’
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि इमारत में एक हल्की-सी आवाज हुई और फिर देखते ही देखते पूरी इमारत धूल में बदल गई। “लगा जैसे भूकंप आ गया हो,” एक प्रत्यक्षदर्शी ने यूनिक खबर से बातचीत में कहा।
डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया, “हमें रात 2:50 बजे कॉल आई थी। मौके पर पहुंचे तो देखा कि पूरी बिल्डिंग गिर चुकी है और लोग अंदर फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया जा रहा है।”
क्यों गिरी इमारत? रहस्य बरकरार
फिलहाल हादसे की वजह साफ नहीं हो पाई है। क्या ये निर्माण में लापरवाही थी? या फिर ज़मीन के नीचे कोई हलचल? जांच जारी है, लेकिन सवाल उठने लगे हैं – क्या दिल्ली की गलियों में ‘मौत की इमारतें’ खड़ी हैं?