रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी।
अयोध्या में श्री राम के मंदिर कि प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर रामपुर शहर भी हुआ भक्ति मय । रामपुर के हनुमान घाट मंदिर से 200 वर्ष बाद पहली बार निकले राम लला और क्षेत्र वासियों के साथ निकाली रामपुर बाजार में शोभा यात्रा। उस के बाद रामलाल की पालकी को पहुंचाया सत्यनारायण मंदिर परिसर। जहां लोगों ने किया जोरदार स्वागत और जय श्री राम के नारों से गूंजा रामपुर शहर।

शिमला जिला के रामपुर बुशहर में अयोध्या में प्रतिष्ठा के अवसर पर माहौल राम के नारों से गूंजा। चारों ओर रामपुर शहर को खूब सजाया गया। रामपुर में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मुख्य आकर्षण श्री राम की ऐतिहासिक मूर्ति को हनुमान घाट मंदिर से बाहर निकालना था। रामपुर सत्यनारायण मंदिर से हिंदू समाज एवं विश्व हिंदू परिषद के लोग प्राचीन हनुमान घाट मंदिर पहुंचे। हनुमान घाट मंदिर से श्री राम की मूर्ति प्रकट होने के 200 वर्ष बाद आज पहली बार मूर्ति को पूजा पाठ और भजन कीर्तन के बाद मंदिर से बाहर निकाला गया । उसके बाद रामपुर बाजार में शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान भारी संख्या में लोगों उपस्थिति हुए। उसके बाद राम की मूर्ति को सत्यनारायण मंदिर ले जाकर पालकी में बिठाया गया जहां हजारों लोगों ने उनके दर्शन किए ।इस दौरान भजन कीर्तनों से माहौल भक्ति में हुआ और दिनभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन चलता रहा।

विश्व हिंदू परिषद द्वारा संचालित सत्यनारायण मंदिर ट्रस्ट के महासचिव विनय शर्मा ने बताया कि श्री राम जी की 200 वर्ष पहले मूर्ति प्रकट हुई थी। आज पहली बार मूर्ति को मंदिर विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद बाहर निकाला गया। उसके बाद पूरे बाजार का भ्रमण किया। भ्रमण के बाद सत्यनारायण मंदिर में राम की मूर्ति को विराजमान किया है । ताकि क्षेत्र के सभी लोग श्री राम जी के दर्शन कर पाए।
विष्णु शर्मा ने बताया कि आज ऐतिहासिक एवं सुखद क्षण है । जब हमारे भगवान श्री राम 500 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि में प्रतिष्ठा का कार्यक्रम चला है। इस उपलक्ष में हिंदू समाज और पूरा देश में इस क्षण को उत्सव के रूप में मना रहा है हिमाचल प्रदेश के रामपुर में भी आज एक बहुत ही ऐतिहासिक घड़ी आई है, जब प्राचीन श्री हनुमान घाट मंदिर से 200 वर्ष बाद जयकारों के साथ भगवान श्री राम को मंदिर से बाहर निकाला गया। हिंदू समाज के भारी संख्या में लोग शामिल हुए और जय श्री राम के नारों के साथ सत्यनारायण मंदिर परिषर पहुंचे।