रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी —-
पशुओ में लंबी बीमारी का प्रकोप हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र में भी
फैलने लगा तेजी से। लावारिस छोड़े गए पशु हो रहे है इस से ज्यादा
संक्रमित। शिमला जिला के रामपुर उप मंडल में ही विभागीय आंकड़ों के
अनुसार करीब ढाई सौ पशुओं को हुई है लम्पि बीमारी। क्षेत्र में इस
बीमारी से अब तक 20 पशुओं की हो चुकी है मौत। लोगों ने सरकार से उठाई
मांग जल्द गांव -गांव जाकर बीमारी को रोकने के किए जाए उपाय।


– हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र में भी पशुओं में लंबी बीमारी असर
देखने को मिल रहा है। खासकर लावारिस छोड़े गए पशु इससे ज्यादा संक्रमित
हो रहे हैं। हालांकि पशुपालन विभाग की ओर से वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से
चलाया जा रहा है ताकि बीमारी का असर कम हो। पशु पालन विभाग के आंकड़ों
के अनुसार लंबी बीमारी से शिमला जिला के रामपुर उपमंडल में 240 गऊ
लाम्पी बीमारी से ग्रसित हुई है। इनमें से अब तक 20 की मौत हो चुकी है।
जबकि 111 पशु स्वस्थ हो चुके हैं। विभाग ने बीमारी को रोकने के लिए
उपमंडल में अब अटक करीब 84 सौ पशुओं का टीकाकरण किया है और वैक्सीनेशन
का कार्य लगातार विभाग की ओर से जारी है। लोगो का कहना हैकि लावारिश
छोड़े गए पशुओ और दूरदराज गाँव में टीकाकरण और उपचार प्रक्रिया को प्रभावी
बनाया जाए ताकि बीमारी बेकाबू न हो।
फुंजा पंचायत की प्रधान शशि जिंटा ने बताया आजकल लम्पि बीमारी
तेजी से फ़ैल रही है। खासकर सड़कों में लावारिस छोड़े गए गउओ में ज्यादा
प्रभाव देखने को मिल रहा है। ऐसे में अन्य पशुओ के भी इस बीमारी से
संक्रमित होने की सम्भावनाये बढ़ गई है। उन्होंने पशुपालन विभाग व सरकार
से अनुरोध किया है कि समय रहते लावारिस छोड़े गए पशुओं का टीकाकरण किया
जाए और उनका इलाज समय पर हो ताकि अन्य पशुओं में इस बीमारी का प्रकोप ना
हो।
डंसा पंचायत की स्वयं सहायता समूह से जुड़ी रंजना शर्मा ने बताया
कि क्षेत्र में लम्पि वायरस का प्रकोप तेजी से फैल चुका है। हालांकि
मैदानों के बराबर नुकसान तो नहीं हुआ है ,लेकिन एहतियात के तौर पर
सरकार से मांग करते हैं कि इसे रोकने के प्रबल कदम उठाया जाए।
डॉ सुरेश कपूर पशु पॉली क्लिनिक रामपुर प्रभारी ने बताया कि
रामपुर उपमंडल में अब तक 240 पशु लम्पि वायरस से ग्रसित हुए हैं। जिनमें
से 111 पशु स्वस्थ हो चुके हैं और जबकि 108 अभी भी इस बीमारी से पीड़ित
है। उन्होंने बताया कि अब तक इस बीमारी से 20 गाय मारी जा चुकी है।
उन्होंने बताया पूरे क्षेत्र में अब तक 84 सौ पशुओं को वैक्सीनेट किया
जा चूका है और वैक्सीनेशन का कार्य लगातार जारी है। एक हफ्ते के भीतर
सभी पशुओ को वेबसाइट किया जाएगा