रामपुर बुशहर –विशेषर नेगी ———–
–शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के बटाली में अंबेडकर जयंती पर
आरक्षित वर्ग से हो रहे भेद भाव के मुद्दों को लेकर बनाई रणनीति। इस
दौरान राज्य स्तर की बनी अंबेडकर बुद्धिजीवी मंच की ओर से जागरूकता
लाने के लिए छपवाई गई बुकलेट को भी वितरित किया लोगो में। इस दौरान
आरक्षित वर्ग के लोगो से किया गया आह्वान शिक्षित बनो ,संगठित रहो,
संघर्ष करो। अभियान से जुड़े नेताओ द्वारा पूरे प्रदेश में आरक्षित वर्ग
को संगठित करते हुए मुहीम चलाने की रणनीति कियागया खुलासा। शिमला जिला के तहत रामपुर उपमंडल के बटाली गाँव में
मूलनिवासी अंबेडकर युवक मंडल के द्वारा अंबेडकर जयंती का आयोजन किया गया.
इस दौरान आरक्षित वर्ग के साथ विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे भेदभाव व
उनके अधिकारों के हनन पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान अम्बेडकर बुद्धि
जीवी मंच के द्वारा तैयार एक बुकलेट को भी लोगो में बांटा गया। जिस में
सरकारों द्वारा उन अधिकारों और हक्को से किये जा रहे खिलवाड़ का विस्तार
से वर्णन किया है और संगठित हो कर संघर्ष के लिए प्रेरित किया है।
वक्ताओं ने बताया आरक्षित वर्ग को जनसंख्या अनुपात के हिसाब से ना तो
उन्हें नौकरियों में आरक्षण मिल रहा है और ना ही अनुसूचित जाति उपयोजना
के तहत रखे गए धन का सदुपयोग किया जा रहा है। बल्कि अब षड्यंत्र के तहत
स्वर्ण आयोग का गठन कर लोगों को जाति आधार पर बांटने का प्रयास किया जा
रहा है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष अंबेडकर जयंती पर बड़े-बड़े
दावे मंच से किए जाते हैं और आरक्षित वर्ग के उत्थान व कल्याण के कागजी
घोड़े दौड़ाये जा रहे है। लेकिन खासकर हिमाचल प्रदेश में आरक्षित वर्ग
को आंबेडकर के सपनो को साकार करने के दावे खोखले साबित हो रहे है। इसलिए
राज्य स्तर पर अंबेडकर बुद्धिजीवी मंच का भी गठन कर एक मुहिम चलाई जा
रही है. जिसमें आरक्षित वर्ग के लोगों को जागरुक कर हकों की लड़ाई के
लिए संगठित, शिक्षित और संघर्ष के लिए तैयार किया जा रहा है। इस समारोह
के दौरान बतौर मुख्य अतिथि पूर्व भारतीय अधिकारी एवं रामपुर से भाजपा के
पूर्व प्रत्याक्षी प्रेम सिंह दरेक ने कहा कि यह कोई राजनीतिक मंच नहीं
है, यहाँ केवल एक वर्ग विशेष को अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए सजग
एवं संगठित करने का बीड़ा उठाया जा रहा है। इस दौरान वक्ताओं ने
हिमाचल सरकार की आरक्षित वर्ग के नकारात्मक रवैया होने का भी अप्रत्यक्ष
आरोप लगाया।- प्रेम सिंह दरेक पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी एवं समारोह
के अतिथि ने बताया रामपुर के बटाली में अंबेडकर दिवस का आयोजन किया
गया। उन्होंने कहा अंबेडकर ने जिस उद्देश्य से सविधान में प्रावधान
करवाए उन्हें ईमानदारी से जमीन पर नहीं उतारा जा रहा है। अब लोगो को
बताया जा रहा है संविधान में क्या प्रावधान है और उन्हें लागू करने में
खामियां रखी जा रही है। उस पर प्रकाश डाला और आगे की कार्य योजना क्या
रहेगी ,उस पर प्रकाश डाला। ताकि कोई ठोस काम हो, न कि हर साल औपचारिकता
के लिए उत्सव बनाते रहे। अब रूपरेखा बनाई है कि 1 वर्ष के भीतर कुछ ना
कुछ निष्कर्ष निकाले। उन्होंने बताया कि अंबेडकर बुद्धिजीवी मंच राज्य
स्तर पर बनाया गया है जिस में कई पूर्व प्रशासनिक अधिकारी है हमने उस
में एक रूपरेखा बनाई है.।
