शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्यरत 6717 पार्ट-टाइम मल्टी-टास्क वर्कर्स (PTMTW) अपने हक की आवाज बुलंद करने के लिए 13 मार्च को राजधानी शिमला में विधानसभा के बाहर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। सरकार से मानदेय बढ़ाने और नियमितीकरण की मांग को लेकर यह कर्मचारी लामबंद हो चुके हैं।
सरकार से क्यों नाराज हैं PTMTW?
शिक्षा विभाग के इन कर्मचारियों का कहना है कि उनकी तैनाती के बाद से मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। महंगाई बढ़ने के बावजूद उन्हें बेहद कम वेतन पर काम करना पड़ रहा है। ऐसे में उनका गुजारा करना मुश्किल हो गया है।
ये हैं मुख्य मांगें:
✅ मानदेय बढ़ोतरी: वर्तमान वेतन में वृद्धि की जाए।
✅ नियमितीकरण: स्थायी पदों पर समायोजन किया जाए।
✅ अन्य सुविधाएं: स्वास्थ्य बीमा, भत्ते और सरकारी कर्मचारियों जैसी सुविधाएं दी जाएं।
आंदोलन होगा उग्र!
PTMTW संगठन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को नजरअंदाज किया, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। बजट सत्र के दौरान इस प्रदर्शन से सरकार पर दबाव बढ़ सकता है। अब देखना होगा कि सरकार इन कर्मचारियों की मांगों को लेकर क्या रुख अपनाती है।