शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय इलाकों में इस बार बर्फबारी ने सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीते 48 घंटों में प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 1 फुट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है, जिससे लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और शिमला के हालात बिगड़ गए हैं। 90% सड़कों पर यातायात पूरी तरह से ठप है, जिससे सैकड़ों लोग बर्फीले इलाकों में फंसे हुए हैं।
बर्फ में दबी मशीनें, ठप जनजीवन
लाहौल-स्पीति और कुल्लू में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। अटल टनल के दोनों ओर भारी बर्फ जमने से आवाजाही बंद हो गई है। वहीं, पीडब्ल्यूडी की कई मशीनें खुद बर्फ में दफन हो गई हैं, जिससे राहत कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं।
बिजली-पानी की किल्लत, मरीजों की मुश्किलें बढ़ीं
बर्फबारी से सैकड़ों बिजली ट्रांसफार्मर फेल हो गए, जिससे कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। वहीं, पानी की पाइप लाइनों पर भी असर पड़ा है। सबसे ज्यादा दिक्कत मरीजों को हो रही है, जिन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए अब हवाई सेवाओं का सहारा लेना पड़ रहा है।
तापमान में रिकॉर्ड गिरावट, ठंड का प्रकोप जारी
प्रदेश में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शिमला, मनाली, और किन्नौर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
मौसम का आगे क्या रहेगा मिजाज?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में भी राहत की उम्मीद नहीं है। बर्फबारी और बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है, जिससे प्रदेश में सामान्य जनजीवन पटरी पर आने में अभी वक्त लगेगा।