शिमला: हिमाचल प्रदेश भाषा एवं संस्कृति विभाग की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘विपाशा’ का नवीनतम अंक प्रकाशित हो चुका है। यह विशेषांक अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश की महिला साहित्यकारों को समर्पित किया गया है। इस अंक में लगभग 50 महिला लेखिकाओं की कहानियाँ, कविताएँ और लेख शामिल हैं, जो हिमाचल की समृद्ध साहित्यिक परंपरा को नई पहचान देते हैं।
विभाग के निदेशक डॉ. पंकज ललित ने जानकारी देते हुए बताया कि 248 पृष्ठों का यह विशेषांक प्रदेश की प्रथम महिला कथाकार मानी जाने वाली संतोष चौहान चंदेल की कहानी से लेकर अन्य प्रतिष्ठित एवं नवोदित महिला लेखिकाओं की कृतियों को संकलित करता है। यह अंक हिमाचली साहित्य में महिलाओं के योगदान को रेखांकित करता है और उनकी सृजनशीलता को मंच प्रदान करता है।
महिला सशक्तिकरण के लिए एक साहित्यिक पहल
यह विशेषांक केवल साहित्यिक योगदान का संकलन नहीं, बल्कि हिमाचल की महिला रचनाकारों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस पहल से प्रदेश की उभरती महिला लेखिकाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा और हिमाचली साहित्य में नए आयाम जुड़ेंगे।
हिमाचली साहित्य में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
‘विपाशा’ पत्रिका का यह विशेषांक प्रदेश की महिला साहित्यकारों के प्रति सम्मान और प्रेरणा का प्रतीक है। हिमाचल प्रदेश की लेखिकाएँ अपने अनूठे लेखन शैली और विषयों की विविधता के कारण साहित्यिक जगत में विशेष स्थान बना रही हैं। यह अंक भविष्य में महिला साहित्यकारों को और अधिक सृजन के लिए प्रेरित करेगा।