रामपुर बुशहर –विशेषर नेगी ———–
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी विकास संघ द्वारा रामपुर में
आयोजित ज़िला स्तरीय सम्मेलन का सुरेश भारद्वाज शहरी विकास एवम सहकारिता
मंत्री ने किया शुभारम्भ। मंत्री ने कहा सहकारिता के क्षेत्र में हिमाचल
पायनियर स्टेट। हिमाचल में सहकारिता के महत्व को समझने के लिए गांव गांव
तक लोगो को प्रशिक्षित करने का हो रहा है प्रयास ।. हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी विकास संघ द्वारा रामपुर के
पाटबांग्ला में आयोजित जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन में बतौर मुख्य
अतिथि शरीक हुए शहरी विकास एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया
हिमाचल सहकारिता के क्षेत्र में पायनियर स्टेट है। सहकारिता क्षेत्र को
गांव गांव तक पहुंचा कर ग्रामीण भारत को सशक्त करने का प्रयास किया जा
रहा है। इसी लिए हिमकोफेड सम्मेलनों व प्रशिक्षणो का दौर चला रहा है।
उन्होंने बताया कि सोसाइटीज के स्कैटरीज और सेल्जमैन को प्रशिक्षण मिले
तभी जमीनी स्तर पर सहकारिता को मज़बूत किया जा सकता है। उन्होंने बताया
सहकारिता की आत्मा लोकतंत्र है। गांव में लोकतान्त्रिक तरिके से
मैनेजमेंट कमेटियों का गठन हो और वह उस संस्था को दक्षता से चला सके।इस
लिए अपेक्स लेवल से लेकर के प्राथमिक स्तर की सोसाइटियों को बेहतर
प्रबंधन और संचालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । उन्होंने बताया
हिंदुस्तान की पहली कोऑपरेटिव सोसायटी हिमाचल प्रदेश में 18 92 में ऊना
जिला के पंजावर गांव में रजिस्टर्ड हुई है। इसलिए हिमाचल प्रदेश
सहकारिता के क्षेत्र में पायनियर और महत्वपूर्ण प्रदेश है। ण् हिमाचल
प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के सहकारिता से जुड़े लोग रहे हैं और उसी
परंपरा को आगे रखने के लिए प्रदेश में सहकारिता को जमीनी स्तर पर
मज़बूत करने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं।
इस दौरान हिमकोफैड के अध्यक्ष कौल सिंह नेगी ने कहा देश के प्रधान
मंत्री नरेद्र मोदी का मुख्य उदेश्य देश को
आत्मनिर्भर बनना है ए लेकिन आत्म निर्भर बनने के लिए सहकारिता के बिना
संभव नहीं है। सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए रामपुर में जिला सहकारिता
सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस से पूर्व मंत्री ने सहकारी संस्थाओ और
स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की लगी प्रदर्शनी का भी
अवलोकन किया।

