परवाणू (न्यूज व्यूज पोस्ट): अंतिम यात्रा में शामिल होना परिजनों और ग्रामीणों के लिए जीवनभर न भूलने वाला हादसा बन गया। श्मशान घाट की ओर बढ़ रही शवयात्रा शनिवार को उस समय दहशत में बदल गई, जब अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने पीछे चल रहे mourners (शोकाकुल लोगों) पर हमला बोल दिया।
यह घटना सोलन जिला के परवाणू क्षेत्र के बायला गांव में पेश आई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शव को लेकर परिजन आगे निकल चुके थे जबकि करीब 40 अन्य लोग पीछे आ रहे थे। इसी दौरान मधुमक्खियों का एक झुंड न जाने कहां से आया और इन लोगों पर टूट पड़ा।
हमले में करीब 22 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें दो लोग मौके पर ही बेहोश हो गए। आनन-फानन में लोगों ने घायलों को ईएसआई अस्पताल पहुंचाया, जहां सभी को प्राथमिक उपचार देकर लगभग 4 घंटे तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया। शाम 4 बजे सभी घायलों को छुट्टी दे दी गई।
स्थानीय ग्रामीणों का मानना है कि संभवतः शवयात्रा में इस्तेमाल किए गए धुएं या अगरबत्ती के धुएं से मधुमक्खियों का छत्ता उत्तेजित हो गया होगा, जिससे उन्होंने हमला किया।
यह पहली बार नहीं…
ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी गांव के पास मौजूद पेड़ों पर मधुमक्खियों के छत्ते हैं, लेकिन इस तरह का हमला कभी नहीं हुआ था। अब सवाल उठता है कि क्या भविष्य में शवयात्रा या अन्य सामाजिक आयोजनों के दौरान इस तरह की प्राकृतिक प्रतिक्रियाओं से बचाव के कोई उपाय किए जाएंगे?