शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट , शिमला पुलिस के मिशन क्लीन भरोसा को बड़ी कामयाबी मिली है। ड्रग्स के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम के तहत पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के अखनूर इलाके से एक अंतर्राज्यीय ड्रग पैडलिंग नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए मां-बेटे की जोड़ी को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी चिट्टे की तस्करी में शामिल थे और इनके तार पहले से पकड़े गए एक आरोपी से जुड़ते हैं।
दरअसल, 10 अप्रैल को बालूगंज थाना पुलिस ने 23.720 ग्राम चिट्टे के साथ न्यू शिमला निवासी मोती शर्मा को पकड़ा था। शुरुआती पूछताछ में मोती के तार जम्मू के अशोक खजूरिया उर्फ बिल्ला और उसके भांजे राहुल शर्मा से जुड़े पाए गए। पुलिस जब जांच को आगे बढ़ाते हुए जम्मू पहुंची तो चौंकाने वाले खुलासे हुए।
बैंक खाते में ट्रांजैक्शन देख उड़े होश
राहुल शर्मा अपनी मां सरिता के बैंक खाते का इस्तेमाल ड्रग्स के लेन-देन के लिए कर रहा था। पुलिस ने जब खाता खंगाला, तो 7.26 लाख रुपये की संदिग्ध ट्रांजैक्शन का पता चला। इसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर शिमला लाया गया, जहां इनसे गहन पूछताछ जारी है।
कुख्यात मौसा अभी भी फरार
पूछताछ में खुलासा हुआ कि राहुल अपने मौसा अशोक खजूरिया उर्फ बिल्ला के साथ मिलकर नशे का अवैध धंधा चला रहा था। फिलहाल अशोक फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
एसएसपी ने क्या कहा?
एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि ड्रग पैडलिंग में शामिल मां-बेटे की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी सफलता है। इस नेटवर्क से जुड़े बाकी लोगों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा, “शिमला को नशे से मुक्त करने के लिए पुलिस पूरी ताकत से जुटी है। इस कड़ी में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”