रामपुर (शरण), न्यूज व्यूज पोस्ट,
हिमालय की गोद में बसे छोटे से गांव शरण में हेल्थ वैलनेस सेंटर की ओर से बीएमओ रामपुर डॉ. राकेश कुमार नेगी और उनकी टीम ने गाँव के लोगों के स्वास्थ्य की चिंता अपने हाथों में ले ली।
इस स्वास्थ्य शिविर की सबसे खास बात यह रही कि 104 वर्षीय रुमकुमणी रोल्टा और 85 वर्षीय चंकी मेहता जैसी वयोवृद्ध महिलाओं ने भी सक्रिय भागीदारी की। जब रुमकुमणी धीमे कदमों से सेंटर की ओर आईं, तो हर किसी की आंखों में सम्मान और मुस्कान दोनों झलकने लगे।
डॉ. नेगी ने न सिर्फ बीपी, शुगर और मौसमी बीमारियों का परीक्षण किया, बल्कि हर मरीज को व्यक्तिगत रूप से समझा, सुना और सलाह दी। उनका व्यवहार इतना सरल और आत्मीय था कि लोग उन्हें डॉक्टर कम, परिवार का सदस्य ज्यादा मान बैठे।
डॉ. ने भरोसा दिया कि आने वाले समय में भी वे और उनकी टीम समय-समय पर गाँव में मेडिकल चेकअप के लिए आते रहेंगे। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य सेवा का असली अर्थ तभी है जब यह हर दरवाज़े तक पहुँचे। शरण जैसे गाँव में आकर लगता है कि हम सही राह पर हैं।”
ग्राम प्रधान विद्या सागर रोल्टा ने इस मौके पर कहा कि, “हमारी पंचायत की प्राथमिकता है कि गाँव के लोग अपने ही गाँव में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ, साफ पानी, अच्छी सड़क और रोशनी जैसी बुनियादी सुविधाओं का लाभ ले सकें। सरकार से हर लंबित कार्य को पूरा करवाने के लिए प्रयास जारी हैं।”
शिविर में पूर्व प्रधान शिवराम भी विशेष रूप से उपस्थित रहे और उन्होंने भी इस पहल की सराहना करते हुए भविष्य में ऐसे और शिविरों की मांग रखी।
इस आयोजन में ग्राम उप प्रधान जर्मन मेहता, सेक्रेटरी देव कृष्ण रांझा, महिला मंडल की प्रधान सुनीला मेहता, और गाँव के अन्य प्रमुख सदस्य जैसे पवन रोल्टा, विपिन मेहता, राधा रांझा, मधु रांझा, तारा मेहता, शीला रोल्टा, और कई अन्य सक्रिय रूप से मौजूद रहे।
शरण गाँव ने आज सिर्फ एक स्वास्थ्य शिविर नहीं देखा, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति एक जागरूक समाज की झलक भी पेश की, जहाँ सबसे बुज़ुर्ग से लेकर सबसे युवा तक, हर कोई अपने भविष्य के प्रति सजग और संकल्पित नजर आया।