नई दिल्ली/शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट,
भारत में विदेश से आयातित सौंदर्य प्रसाधन और दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने एक ड्रग अलर्ट जारी करते हुए पाकिस्तान और चीन में बनी ब्यूटी क्रीम, लिपस्टिक और इंजेक्शन को खतरनाक करार दिया है। जांच में पारे (Mercury) की तय मात्रा से अधिक उपस्थिति पाई गई है, जो कॉस्मैटिक्स नियम 2020 का उल्लंघन है।
ये सैंपल फेल हुए—
- गोरी डे एंड नाइट ब्यूटी क्रीम (बैच नंबर GDN175), निर्माता: गोरी कॉस्मैटिक्स प्रा. लि., पाकिस्तान
- सैंडल ब्यूटी क्रीम (बैच नंबर 133E), निर्माता: MMC कॉस्मैटिक्स प्रा. लि., पाकिस्तान
- टॉपअप मेट सुपर लाइट लिक्विड लिपस्टिक (बैच नंबर 2027426), निर्माता: यिवन बोलिना कॉस्मैटिक्स, चीन
- एमोक्सीलिन सोडियम एंड क्लावुलनेट पोटाशियम (स्टेराइल) 5:1 इंजेक्शन (बैच नंबर 4032409004), निर्माता: शानडोंग न्यू टाइम फार्मा, चीन
हिमाचल की फार्मा कंपनियों पर भी सवाल
CDSCO की मार्च रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 131 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, जिनमें से 32 दवाएं हिमाचल प्रदेश की हैं। इनमें बीबीएन क्षेत्र की 19, पांवटा साहिब की 9, और कालाअम्ब, ऊना, सोलन के उद्योगों की 1-1 दवाएं शामिल हैं।
इन दवाओं में दिल, शुगर, गठिया, संक्रमण, विटामिन, दर्द निवारक और एंटीबायोटिक जैसी जीवन रक्षक दवाएं शामिल हैं। ड्रग विभाग ने संबंधित कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए हैं और बाज़ार से उत्पादों को रिकॉल करने के आदेश दिए हैं।
हिमाचल की साख पर खतरा!
देश की 40% दवाएं हिमाचल में बनती हैं और बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (BBN) देश का सबसे बड़ा फार्मा हब माना जाता है। लेकिन लगातार फेल हो रहे सैंपलों ने प्रदेश की प्रतिष्ठा को झटका दिया है।
राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि दोषी कंपनियों पर सख्त कार्रवाई तय है। विभाग किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा।