जामनगर | 4 मार्च । न्यूज व्यूज पोस्ट।
भारत में वन्यजीव संरक्षण को एक नया आयाम देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के जामनगर में ‘वनतारा’ का भव्य उद्घाटन किया। यह पहल न केवल वन्यजीवों के संरक्षण और पुनर्वास को बढ़ावा देगी, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
वन्यजीव संरक्षण का नया मॉडल
वनतारा एक अत्याधुनिक वन्यजीव पुनर्वास केंद्र है, जिसे अनंत अंबानी और उनकी टीम के अथक प्रयासों से साकार किया गया है। यह केंद्र उन जानवरों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल बनेगा, जो किसी कारणवश अपने प्राकृतिक आवास से विस्थापित हो गए हैं। इस पहल के माध्यम से लुप्तप्राय प्रजातियों को संरक्षित करने के साथ-साथ मानव और वन्यजीवों के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर भी ध्यान दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया प्रशंसा
प्रधानमंत्री मोदी ने वनतारा के उद्घाटन के दौरान कहा, “भारत की संस्कृति हमें केवल मानवता ही नहीं, बल्कि प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति भी संवेदनशील बनाती है। वनतारा इसी दर्शन का सजीव उदाहरण है।” उन्होंने अनंत अंबानी और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे एक “सहानुभूतिपूर्ण और प्रेरणादायक पहल” करार दिया।
कैसा होगा वनतारा?
- विशाल प्राकृतिक परिवेश में फैला यह केंद्र वन्यजीवों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करेगा।
- दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए विशेष पुनर्वास क्षेत्र बनाए गए हैं।
- अत्याधुनिक स्वास्थ्य और पुनर्वास सुविधाओं से लैस यह केंद्र घायल और बीमार वन्यजीवों की देखभाल करेगा।
- वन्यजीव संरक्षण और जागरूकता अभियानों के माध्यम से स्थानीय समुदाय को इस पहल से जोड़ा जाएगा।
पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में कदम
वनतारा केवल एक वन्यजीव संरक्षण केंद्र ही नहीं, बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता और जैव विविधता को बनाए रखने के लिए एक प्रेरणादायक पहल है। इससे न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में नए मानक स्थापित होंगे।
प्रधानमंत्री की यह यात्रा भारत के वन्यजीव संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है और वनतारा आने वाले वर्षों में इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।