रामपुर,न्यूज व्यूजपोस्ट।
हिमाचल प्रदेश के रामपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां लामा ढाबा के संचालक लाल सिंह डाले नेपाली ने सतलुज नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। लेकिन इस घटना से पहले उन्होंने जो किया और कहा, उसने मामले को और भी पेचीदा बना दिया है।
नग्न अवस्था में नदी के बीच तैरता रहा, किया वीडियो रिकॉर्ड
17 मार्च को आत्महत्या से पहले लाल सिंह नग्न अवस्था में सतलुज नदी के बीच तैरते रहे, कभी पत्थरों पर खड़े हुए, तो कभी पानी में डुबकी लगाते रहे। इस दौरान उन्होंने अपने मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने ईसाई धर्म प्रचार पर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस पर ध्यान देने की अपील की।
“लोग मुझे नशेड़ी और पागल कहते हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और है”
वीडियो में लाल सिंह ने कहा कि लोग उन्हें शराबी और मानसिक रूप से असंतुलित समझते हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं हैं। उन्होंने हिमाचल में ईसाई धर्म प्रचार-प्रसार पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की। यह संकेत देता है कि वे धर्मांतरण को लेकर गहरी चिंता में थे।
धार्मिक विवाद की ओर इशारा, पुलिस जांच के घेरे में मामला
लाल सिंह की आत्महत्या से पहले की वीडियो अपील अब जांच का विषय बन गई है। अगर कोई व्यक्ति अपने आखिरी क्षणों में इस तरह की बात कहता है, तो इसकी गंभीर जांच होनी चाहिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन क्या इसके पीछे कोई बड़ा षड्यंत्र है या यह केवल व्यक्तिगत तनाव का मामला है, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
इस घटना से हिमाचल में धार्मिक गतिविधियों पर बहस तेज हो सकती है। सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर क्यों लाल सिंह ने आत्महत्या से पहले विशेष रूप से धर्म परिवर्तन के मुद्दे को उठाया? क्या इसमें कोई संगठित साजिश थी या वे किसी मानसिक तनाव से जूझ रहे थे?
अब सभी की नजरें पुलिस जांच पर टिकी हैं, जिससे यह साफ हो सके कि क्या यह व्यक्तिगत मामला था या फिर इसके पीछे कोई बड़ा कारण छिपा है।