हिमाचल प्रदेश के रामपुर में 16 मई 2025 को आयोजित एक विशेष एबीसी (Animal Birth Control) शिविर में कुल 10 आवारा कुत्तों की नसबंदी सफलतापूर्वक की गई। इस पहल का उद्देश्य आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करना और उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है।
विशेषज्ञों की टीम ने की शल्य क्रियाएं
इस शिविर में डॉ. अनिल शर्मा, डॉ. अक्षय कुमार और डॉ. मोनिका शर्मा की विशेषज्ञ टीम ने नसबंदी की शल्य क्रियाएं कीं। सभी प्रक्रियाएं सुरक्षित और सफल रही, जिससे स्थानीय समुदाय में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली।
स्वयंसेवकों और सहयोगियों का योगदान
Humane People NGO के स्वयंसेवकों – एकता धीमान, दीपाली मेहता, रजत नेगी, पायल मेहता, संगीता, सुनीता और कपिला ने शिविर के संचालन में सक्रिय भागीदारी निभाई। इसके अतिरिक्त, पशु औषधियोजक श्री संजीव कुमार, पशु पालन परिचारक श्रीमती सेबु देवी और श्रीमती शिबी देवी ने भी ऑपरेशन प्रक्रिया में सहयोग प्रदान किया।
समुदाय के लिए संदेश
यह शिविर स्थानीय आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने, उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने और मानव-पशु संघर्ष को कम करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। पशुपालन विभाग और Humane People NGO ने भविष्य में भी इस प्रकार के शिविरों के आयोजन की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।