रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी ,/
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रामपुर व आसपास में विभिन्न संस्थानों में योग दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस वर्ष वासुदेव कुटुंबकम की भावना को ले कर वन वर्ल्ड वन हेल्थ का आयुष मंत्रालय द्वारा थीम रखा गया था। रामपुर न्यायालय परिसर में जिला एवं सत्र न्यायधीश समेत अन्य न्यायिक अधिकारियों ने योगाभ्यास किया। इसी तरह खनेरी में संत निरंकारी मिशन की ओर से लोगो को जागरूक करने के लिए योग शिविर लगाया गया। योग शिक्षको ने लोगो को बताया कि वासुदेव कुटुम्बकम की सनातन परंपरा को जीवंत रखते हुए आगे बढ़ना होगा। इसके पीछे जो लक्ष्य है स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है। मन स्वस्थ होगा तो विचार भी स्वस्थ होंगे । इस दौरान बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत भारत से ही हुई । सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से योग दिवस मनाने की शुरुआत की थी और पूरे विश्व में 21 जून 2000 15 को योग दिवस मनाया गया । पीएम नरेंद्र मोदी की 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। योग दिवस को 21 जून मनाने के पीछे एक सशक्त वैज्ञानिक तर्क है। यानी 21 जून को उत्तरी गोलार्ध का सबसे लंबा दिन होता है। जिसे ग्रीष्म सक्रांति कहते हैं, भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है, सूर्य दक्षिण का समय आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए असरदार माना जाता है। इसीलिए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के लिए उपयुक्त माना गया है।
निर्मल सोनी ने बताया संत निरंकारी मिशन पूरे मानव परिवार के लिए योग के प्रति जागरूकता फैला रहा है। मानवता के लिए वासुदेव कुटुंबकम की भावनाओं को लेकर योग दिवस मनाया जा रहा है। स्वस्थ तन में स्वस्थ मन का निवास होता है और हमारी जो पुरातन सनातन परंपरा वासुदेव कुटुंबम की उसको पूरे समाज तक पहुंचा कर योग से लाभान्वित करना है।धनी राम संयोजक निरंकारी मिशन रामपुर ने बताया अपने तन मन को स्वस्थ रखने के लिए जो हमारी पुरातन संस्कृति है, इसे आगे लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। ताकि हमारा समाज निरोग और खुशाल रहे।