रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी।
शिमला जिले के रामपुर बुशहर में हर साल की तरह इस बार भी पारंपरिक जिला स्तरीय फाग मेले का आयोजन किया जाएगा। यह भव्य मेला 15 मार्च से 18 मार्च तक चलेगा, जिसमें शिमला, कुल्लू और आसपास के इलाकों से 23 देवी-देवताओं को आमंत्रित किया गया है।
नगर परिषद की आज हुई बैठक में मेले की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस बार मेले में आने वाले देवी-देवताओं के नजराने में 5 फीसदी की वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा, मेले में लगने वाले व्यापारिक स्टालों की दरों में भी 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।
मेले की तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार
नगर परिषद के अनुसार, 11 मार्च से मेले के लिए प्लॉट आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस दौरान विभिन्न दुकानदारों और व्यापारियों को उनके स्टालों के लिए स्थान उपलब्ध कराया जाएगा। मेले में विभिन्न प्रकार की दुकानें, मनोरंजन झूले, खाने-पीने के स्टॉल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी बी. आर. नेगी ने बताया कि मेले की सभी तैयारियों को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए नगर परिषद और प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और अन्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उचित प्रबंध किए जा रहे हैं ताकि स्थानीय लोगों और आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
परंपरा और संस्कृति का अनूठा संगम
फाग मेला रामपुर बुशहर और आसपास के क्षेत्रों में विशेष महत्व रखता है। यह न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी यह एक महत्वपूर्ण आयोजन माना जाता है। देवी-देवताओं की शोभायात्रा, पारंपरिक नृत्य और लोक संगीत मेले की खास पहचान हैं।
हर साल हजारों श्रद्धालु और पर्यटक इस मेले में भाग लेने के लिए आते हैं, जिससे न केवल स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलता है बल्कि क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी प्रोत्साहन मिलता है।
नगर परिषद ने स्थानीय निवासियों और व्यापारियों से सहयोग की अपील की है ताकि मेला सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।