रिकांगपिओ, न्यूज व्यूज पोस्ट,
किन्नौर जिला की ग्राम पंचायत रारंग में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय गुरु संज्ञास मेले का शुभारंभ उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा ने दीप प्रज्वलन व ध्वजारोहण के साथ किया। यह पांच दिवसीय सांस्कृतिक व पारंपरिक महोत्सव 1 से 5 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा।
उपायुक्त ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि मेले और त्योहार न केवल सामाजिक समरसता और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने का भी माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर की समृद्ध परंपराएं और रीति-रिवाज विश्वभर में प्रसिद्ध हैं और ऐसे आयोजन समाज में सौहार्द, आनंद और आपसी मेल-जोल को सशक्त करते हैं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि गुरु पद्म संभव को समर्पित यह मेला रारंग की सांस्कृतिक पहचान है, और इसके संरक्षण व संवर्धन हेतु राज्य सरकार व जिला प्रशासन पूर्ण सहयोग कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में ऐसे मेलों का महत्व और भी अधिक है, जहां लोग मिल बैठकर अपनी थकान मिटाते हैं और पारंपरिक उत्सवों में भागीदारी करते हैं।
महोत्सव में क्या है खास:
- प्रतिदिन रंगारंग सांस्कृतिक संध्याएं, जिसमें स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
- खेल प्रतियोगिताएं, जिनमें विजेताओं को समापन समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
- रारंग मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नरेंद्र गुरुजी द्वारा मेले के इतिहास पर रोशनी डाली गई।
- कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं व महिला मंडलों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक नृत्य व गीत।
कार्यकारी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पूह नारायण सिंह चौहान ने मुख्य अतिथि का पारंपरिक तौर पर स्वागत किया और मेले के सभी कार्यक्रमों की जानकारी दी।
इस अवसर पर मुख्य लामा प्रदीप कुमार, जिला भाषा अधिकारी दीपा शर्मा, खंड विकास अधिकारी बसंत नेगी, नायब तहसीलदार पुरुषोत्तम नेगी, ग्राम पंचायत रारंग के प्रधान राजेंद्र नेगी, मेला समिति के सदस्यगण सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
यह मेला न केवल किन्नौर की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का प्रयास है, बल्कि राज्य भर में सामाजिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक भी है।