मंडी। न्यूज व्यूज पोस्ट।
मंडी के अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव-2025 की पहली सांस्कृतिक संध्या इस बार तकनीकी नवाचारों के चलते खास रही। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने दीप प्रज्ज्वलित कर सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया, लेकिन इस बार का कार्यक्रम परंपरागत प्रस्तुति से आगे बढ़ते हुए डिजिटल लाइट शो, एआई-आधारित ध्वनि प्रभाव और लाइव होलोग्राफिक परफॉर्मेंस से सुसज्जित था।
तकनीकी विशेषताएं:
- डिजिटल लाइट शो: पूरे मंच को स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम से सुसज्जित किया गया, जिससे रंग-बदलते प्रकाश प्रभाव दर्शकों को अद्भुत अनुभव दे रहे थे।
- एआई-आधारित ध्वनि प्रभाव: कलाकारों की लाइव परफॉर्मेंस के दौरान एआई-संचालित ऑडियो एनहांसमेंट का उपयोग किया गया, जिससे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की ध्वनि को और अधिक प्रभावी बनाया गया।
- लाइव होलोग्राफिक प्रस्तुति: सूफी गायक लखविंदर वडाली की प्रस्तुति के दौरान एक होलोग्राफिक इफेक्ट के जरिए प्रसिद्ध सूफी संतों की छवियों को मंच पर प्रस्तुत किया गया, जिसने दर्शकों को अतीत से जोड़ने का अनुभव दिया।
- वीआर अनुभव: पहली बार, दर्शकों को एक वर्चुअल रियलिटी (VR) ज़ोन में प्रवेश कर डिजिटल रूप से मंदिरों और शिवरात्रि की पौराणिक कथाओं को देखने का अवसर मिला।
प्रस्तुतियों की झलक:
- इंडिया आइडल फेम नेहा दीक्षित ने एआई-इफेक्ट्स से युक्त संगीत प्रस्तुति दी, जिससे उनका लाइव प्रदर्शन स्टूडियो रिकॉर्डिंग जैसा प्रतीत हुआ।
- श्रीलंका से आए कलाकारों ने अपने पारंपरिक नृत्य को प्रोजेक्शन मैपिंग तकनीक के जरिए और आकर्षक बना दिया।
दर्शकों की प्रतिक्रिया:
बूंदाबांदी के बावजूद, इस तकनीकी रूप से सजी संध्या ने दर्शकों को बांधे रखा। लोग पहली बार मंडी में डिजिटल सांस्कृतिक अनुभव पाकर उत्साहित दिखे।
इस अनोखे मेल से यह स्पष्ट है कि पारंपरिक उत्सवों को अब डिजिटल और एआई तकनीकों के साथ नए रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जिससे वे आधुनिक दर्शकों के लिए और अधिक आकर्षक बन रहे हैं।