पांगी | 14 अप्रैल 2025, न्यूज व्यूज पोस्ट,
हिमाचल प्रदेश के दुर्गम जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी के लोगों को सर्दियों में अंधेरे से जूझना नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को धनवास में एक मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखी। लगभग 10.50 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने जा रही यह परियोजना नवंबर 2025 से पहले पूरी कर ली जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से घाटी की सभी 19 पंचायतों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी। खास बात यह है कि प्लांट में 500 किलोवाट की बैटरी स्टोरेज सुविधा भी होगी, जिससे रात के समय भी बिजली मिलती रहेगी। इससे लोड शेडिंग की समस्या समाप्त हो जाएगी और क्षेत्र की बिजली व्यवस्था में मजबूती आएगी।
हरित ऊर्जा की ओर एक और कदम
धनवास में 2.2 हेक्टेयर भूमि पर 2,400 सोलर पैनल लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार दुर्गम और जनजातीय क्षेत्रों में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। “हम 31 मार्च 2026 तक हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं,” उन्होंने कहा।
पांगी को मिली विकास की सौगातें
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने करयास पंचायत के चार महिला मंडल भवनों के निर्माण के लिए 25-25 लाख रुपये, आवश्यक सामान की खरीद के लिए एक-एक लाख रुपये तथा पंचायत में मंदिर सड़क निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, सहकारी बैंक अध्यक्ष देवेंद्र श्याम, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट, कांग्रेस नेता सुरजीत भरमौरी, यशवंत खन्ना सहित कई पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।