धर्मशाला, न्यूज व्यूज पोस्ट। हिमाचल में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम को बड़ी सफलता उस समय मिली, जब जिला कांगड़ा के रक्कड़ थाना पुलिस ने मंगलवार सुबह 140 ग्राम चरस के साथ दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। चौंकाने वाली बात यह रही कि इनमें से एक आरोपी विजय कुमार, गरली पंचायत की मौजूदा प्रधान और राज्य स्तर की आशा वर्कर नेता शशि लता का पति है।
थाना प्रभारी संदीप पटियाल की अगुवाई में पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कलोहा क्षेत्र में नाका लगाया था। सुबह करीब 9 बजे एक संदिग्ध ऑल्टो कार को रोका गया। जांच के दौरान कार सवार विजय कुमार (52) पुत्र इंदर चंद, निवासी गरली, और मनीष कुमार (33) पुत्र वैली राम, निवासी रक्कड़, के पास से 140 ग्राम चरस बरामद की गई।
दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया और एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद इस मामले ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी हलचल मचा दी है, क्योंकि आरोपी विजय कुमार की पत्नी शशि लता न केवल पंचायत प्रधान हैं, बल्कि हिमाचल आशा वर्कर यूनियन की महामंत्री और अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
स्थानीय लोगों ने इस मामले को लेकर नाराजगी जताते हुए प्रशासन से सवाल पूछे हैं कि यदि समाज के नेतृत्व करने वाले लोगों के परिवार ही नशे के कारोबार में संलिप्त पाए जाएंगे तो नशामुक्ति का सपना कैसे साकार होगा। लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए मांग की है कि नशे से जुड़े हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी पद या रिश्ते में क्यों न हो, के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
यह कार्रवाई पुलिस के लिए जहां एक बड़ी उपलब्धि है, वहीं समाज के लिए एक गंभीर सोच का विषय भी। धर्मशाला क्षेत्र में यह केस आने वाले समय में नशे के नेटवर्क को उजागर करने की एक कड़ी साबित हो सकता है।