रामपुर बुशहर । न्यूज व्यूज पोस्ट : भारत की सबसे बड़ी भूमिगत जल विद्युत परियोजना नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन (एनजेएचपीएस) में मंगलवार को 54वें राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ हुआ। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य शून्य हानि संस्कृति को बढ़ावा देना और कार्यस्थल पर सुरक्षा को प्राथमिकता देना रहा।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य महाप्रबंधक/परियोजना प्रमुख आशुतोष बहुगुणा ने किया, जिन्होंने कर्मचारियों को “सुरक्षा और स्वास्थ्य – भारत के लिए अति आवश्यक” थीम पर शपथ दिलाई। इस अवसर पर सभी विभागाध्यक्ष, अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
“सेफ्टी मिरर” का उद्घाटन – सुरक्षा को व्यक्तिगत जिम्मेदारी बनाने की पहल
इस आयोजन का मुख्य आकर्षण रहा “सेफ्टी मिरर” का उद्घाटन, जिसे परियोजना के विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया जाएगा। यह “मेरी सुरक्षा, मेरी ज़िम्मेदारी” थीम पर आधारित एक अनूठी पहल है, जिससे प्रत्येक कर्मचारी खुद की सुरक्षा के प्रति जागरूक होगा।
नुक्कड़ नाटक और प्रेरणादायक प्रस्तुतियों से मिला सुरक्षा का संदेश
सुरक्षा सप्ताह के दौरान नुक्कड़ नाटक, प्रेरणादायक कविता और सुरक्षा गीत जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से कर्मचारियों को कार्यस्थल पर सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अलावा, सीआईएसएफ की अग्निशमन टीम ने आपदा सुरक्षा उपकरणों का डेमो दिया, जिससे कर्मचारियों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के व्यावहारिक उपायों की जानकारी मिली।
एनजेएचपीएस की 15 वर्षों से दुर्घटना मुक्त उपलब्धि
कार्यक्रम में प्रबंधक (सुरक्षा) प्रद्युत सुंदर सामल ने सुरक्षा विभाग की उपलब्धियों को साझा किया, जिसमें सबसे प्रमुख उपलब्धि रही – लगातार 15 वर्षों से परियोजना का दुर्घटना मुक्त रिकॉर्ड। इसके अलावा, एनजेएचपीएस को 2024 में ग्लोबल ईएचएस सेफ्टी अवार्ड से सम्मानित किया गया, जो इसकी सुरक्षा नीतियों और मानकों की श्रेष्ठता को दर्शाता है।
सुरक्षा को आदत बनाने पर जोर
मुख्य अतिथि आशुतोष बहुगुणा ने अपने संबोधन में कहा, “सुरक्षा केवल एक नियम नहीं, बल्कि एक आदत होनी चाहिए। यदि हम इसे अपनी कार्यसंस्कृति का हिस्सा बना लें, तो न केवल दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है, बल्कि उत्पादन क्षमता भी बढ़ाई जा सकती है।”
उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूली स्तर पर भी सुरक्षा प्रशिक्षण अनिवार्य किया जाना चाहिए, ताकि बच्चे कम उम्र से ही सुरक्षा के महत्व को समझें और इसे जीवनभर अपनाएं।
कार्यक्रम का समापन और भविष्य की योजनाएं
कार्यक्रम के अंत में सभी विभागाध्यक्षों और कर्मचारियों को सुरक्षा प्रणालियों पर नियमित विचार-विमर्श करने का संकल्प दिलाया गया। सुरक्षा सप्ताह के तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिससे कर्मचारियों में सुरक्षा के प्रति सतत जागरूकता बनी रहे।
नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन द्वारा उठाया गया यह कदम न केवल कार्यस्थल की सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि अन्य औद्योगिक इकाइयों के लिए भी एक मिसाल कायम करेगा।