शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट,
मिशन क्लीन-भरोसा के तहत शिमला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने नेपाल भागने की फिराक में दिल्ली पहुंची महिला ड्रग तस्कर आशा देवी को गिरफ्तार कर लिया। नेपाली मूल की आशा देवी कुल्लू में रह रही थी और सोनू गैंग की अहम सदस्य मानी जा रही थी। उसकी गिरफ्तारी से कुल्लू में इस गैंग का पूरा नैटवर्क ध्वस्त हो गया है।
सीडीआर और लोकेशन ने खोला राज
3 मार्च को रामपुर में 26.68 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़े गए एक दंपत्ति से पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ था कि अर्शदीप सिंह अटवाल, पूजा अटवाल और आशा देवी इस गिरोह की मुख्य कड़ियाँ हैं। पुलिस ने जब डिजिटल उपकरणों और कॉल डिटेल्स के जरिए जांच बढ़ाई, तो पता चला कि आशा देवी दिल्ली में है और जल्द ही नेपाल भाग सकती है।
पंजाब से होती थी चिट्टे की सप्लाई
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अर्शदीप और पूजा अटवाल हर महीने 3-4 बार पंजाब से कुल्लू, मंडी और शिमला में चिट्टे की सप्लाई करते थे। एक बार में 50 से 80 ग्राम चिट्टा इन इलाकों में भेजा जाता था। आशा देवी और सोहन लाल उर्फ सोनू इसे आगे सप्लाई करते थे।
अब तक 33 गिरफ्तार, गिरोह का भंडाफोड़
अब तक इस गिरोह से जुड़े 33 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें तीन महिलाएं और दो आरोपी पंजाब के रहने वाले हैं। एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस ने डिजिटल साक्ष्य और मजबूत नेटवर्किंग की मदद से इस तस्करी रैकेट को ध्वस्त किया है।