रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी —
– शिमला जिला के ज्यूरी के उनु महादेव मंदिर में गर्मी व सूखे से
निपटने के लिए ज्ञान महायज्ञ का किया गया आयोजन । इस दौरान मंदिर के
महंत मस्त गिरी व बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे की अगुवाई में
त्यावल प्राकृतिक जल स्त्रोत से निकाली गई कलश यात्रा। इस दौरान उनु
महादेव मंदिर परिसर में करोड़ो की लागत से पत्थरों की नक्काशी से बनने
वाले शिव मंदिर की भी रखी गई आधारशिला ।
–लगातार सूखे की मार झेल रहे लोगों ने ज्यूरी के समीप
ऐतिहासिक उनु महादेव मंदिर में आज से ज्ञान यज्ञ का शुभारम्भ कर
वर्षा की कामना की। इस दौरान महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में मंदिर के
महंत मस्त गिरिवर व् बिहार के पूर्व पुलिस प्रमुख गुप्तेश्वर पांडे की
अगुवाई में जल यात्रा निकाली , तथा त्यावल प्राकृतिक जल स्त्रोत से
उनु महादेव मंदिर जल लाया गया। इस दौरान महिलाओं ने सूखे से निजात
पाने व इस प्रचंड गर्मी को कम करने के लिए इष्टो से बरसात की मांग
की। उस के बाद बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने उनु
में राजस्थान से लाये गए गुलाबी पत्थरो को तराशकर करोड़ो की लागत से
बनने वाले शिव मंदिर की आधारशिला रखी। जो हिमाचल में बनने वाला अपनी
तरह एकमात्र मंदिर होगा। इस दौरान उन्होंने कहा आने वाले समय में यह
महादेव परिसर आस्था का एक प्रमुख केंद्र बनेगा और पर्यटन को भी इससे
बढ़ावा मिलेगा। क्योंकि उनु महादेव मंदिर में प्राकृतिक उबलते गर्म
पानी के स्रोत है और सामने श्रीखंड महादेव।
गुप्तेश्वर पांडे पूर्व डीजीपी बिहार ने बताया हिमाचल के
ज्यूरी में उनु महादेव एक महत्वपूर्ण स्थान है. महादेव विराजमान है,
वैसे तो पूरा हिमाचल देव भूमि है। . सनातन धर्म का यह अंतिम महत्वपूर्ण
मंदिर है। उसके बाद किन्नौर व् लाहौल स्पीति जिला है जहाँ पर बौद्ध
मठ ज्यादा है। यहां सनातन धर्म का एक स्तंभ तैयार हो रहा है। उल्लू
महादेव मंदिर का एक महत्वपूर्ण एवं सुंदर मंदिर निर्माण का संकल्प बाबा
मस्त गिरी ने लिया है। यह मंदिर करोड़ों की लागत से बनने वाला है।
उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि इस मंदिर के निर्माण के लिए दिल
खोलकर दान करें और करोड़ों रुपए से यह जो मंदिर बनाने का संकल्प लिया है
उदारता से उन्हें सहयोग करें। देश भर से जो भक्त है श्रद्धालु हैउनु महादेव मंदिर प्रमुख महंत मस्तगीरी ने बताएं यहां यह मंदिर
की स्थापना इस लिए की जा रही है ताकि सुख शांति और सनातन धर्म की
स्थापना हो। इस मंदिर परिसर में भागवत का शुभारंभ किया जा रहा है।
और भगवान से प्रार्थना की जा रही है कि यहां सूखा जो पड़ा है और प्रचंड
गर्मी है ,उसे दूर करने के लिए बरसात हो। बारिश होगी आस्था के आगे
भगवान दया करते हैं। उम्मीद है कि बारिश जल्दी होगी उन्होंने बताया
जो मंदिर का निर्माण होना है उस के लिए गुलाबी पत्थर है जयपुर के पास
राजस्थान से लाया गया है। इस मंदिर निर्माण के बाद दिन को सफेद
दिखेगी शाम को गुलाबी दिखेगी और बारिश का मौसम होगा तो मंदिर लाल
दिखेगा यह ऐतिहासिक। हजारों वर्षों तक मंदिर अपने अस्तित्व में बना
रहेगा और ऊपरी हिमाचल का यह एक धर्मिक स्थल के रूप में विकसित होगा।