रुद्रप्रयाग/केदारनाथ, 15 जून 2025, न्यूज व्यूज पोस्ट
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों को ले जा रहा एक हेलीकॉप्टर शनिवार सुबह हादसे का शिकार हो गया। आर्यन एविएशन कंपनी का यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में पायलट समेत सभी 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक 10 वर्षीय बच्ची, दो महिलाएं और बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) का कर्मचारी भी शामिल है।
ये लोग नहीं रहे इस दुखद हादसे में
- राजवीर – पायलट
- विक्रम रावत – BKTC कर्मचारी, निवासी रासी (ऊखीमठ)
- विनोद
- तृष्टि सिंह
- राजकुमार
- श्रद्धा
- राशि (10 वर्ष)
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार हेलीकॉप्टर ने सुबह लगभग 5:17 बजे केदारनाथ हेलीपैड से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरते ही कुछ ही दूरी पर मौसम अचानक खराब हो गया। बादलों और कम विजिबिलिटी के बीच हेलीकॉप्टर ने रिमोट क्षेत्र में हार्ड लैंडिंग की कोशिश की लेकिन वह नियंत्रण से बाहर होकर क्रैश हो गया। स्थानीय महिलाओं ने ऊंचाई पर धुआं उठते देखा और तत्काल घटना की सूचना गौरीकुंड प्रशासन को दी गई।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता और मुआवज़ा देने की घोषणा की है। साथ ही हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। सीएम ने कहा कि हेली सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर जिम्मेदारियों को तय किया जाएगा।
जांच के घेरे में आर्यन एविएशन
हादसे के बाद एयर ट्रैफिक नियंत्रण, मौसम विभाग और एविएशन कंपनियों की जवाबदेही को लेकर सवाल उठने लगे हैं। हादसे में शामिल आर्यन एविएशन की भूमिका और उड़ान के लिए मौसम की अनुमति को लेकर जांच शुरू हो गई है। पुलिस ने मामले की एफआईआर दर्ज कर ली है और डीजीसीए को भी सूचित कर दिया गया है।
पिछले कुछ वर्षों में यह तीसरा बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा
केदारनाथ क्षेत्र में यह कोई पहली हेलीकॉप्टर दुर्घटना नहीं है। दुर्गम भूगोल, तेजी से बदलता मौसम और अधिक उड़ानों का दबाव ऐसे हादसों की वजह बनते जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और हेली सेवा कंपनियों को चेतावनी दी जाती रही है, लेकिन सुरक्षा मानकों की अनदेखी अब जानलेवा साबित हो रही है।