रिकांग पिओ, न्यूज व्यूज पोस्ट – जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) किन्नौर ने मकान एवं लकड़ी के मिस्त्रियों के लिए एक तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का उद्देश्य भूकंप-संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षित भवन निर्माण और आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
शिविर का शुभारंभ उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा ने किया। उन्होंने कहा, “किन्नौर भौगोलिक रूप से संवेदनशील जिला है, जहां भवन निर्माण में सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है। इस प्रशिक्षण से मिस्त्रियों को भूकंपरोधी तकनीकों की जानकारी मिलेगी, जिससे जन-धन की हानि को रोका जा सकेगा।”
प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने भवन निर्माण की नई तकनीकों पर प्रकाश डाला। मिस्त्रियों को भूकंपरोधी संरचनाओं, लकड़ी के टिकाऊ उपयोग और आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षित किया गया।
DDMA के नोडल अधिकारी रजनीश कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस शिविर में स्थानीय मिस्त्रियों को व्यवहारिक जानकारी देने के लिए लाइव डेमोंस्ट्रेशन भी किया गया।
शिविर में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी, विशेषज्ञ, और कई स्थानीय कारीगर मौजूद रहे। यह प्रशिक्षण शिविर 30 मार्च तक जारी रहेगा, जिसमें विभिन्न सत्रों के माध्यम से मिस्त्रियों को आपदा प्रबंधन की उन्नत तकनीकों से अवगत कराया जाएगा।