रिकांगपिओ 06 अप्रैल । न्यूज़ व्यूज पोस्ट—
किन्नौर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पूह में एक विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण किन्नौर निशांत वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि विधिक साक्षरता शिविरों के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को उनके अधिकारों व कत्र्तव्यों के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ कानूनी तौर पर साक्षर बनाना है साथ ही प्राधिकरण द्वारा दी जा रही मुफ्त कानूनी सहायता के बारे में भी जागरूक करना है।
उन्होंने लोगों से आपसी झगड़ों को पंचायत स्तर, मध्यस्थता व लोक अदालत के माध्यम से निपटाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल, 2022 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है जिसमें लोग अपने न्यायिक मामले अदालत में दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने प्राधिकरण के सौजन्य से समाज के विभिन्न वर्गों को प्रदान की जा रही निःशुल्क कानूनी सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस जागरूकता शिविर का उद्देश्य जिले के ऐसे सभी व्यक्ति जो आर्थिक दृष्टि से गरीब, पिछड़े व कमजोर वर्ग (अनुसूचित जाति/जनजाति), महिलाएं, असहाय, नाबालिग बच्चे, ऐसी महिलाएं व बुजुर्ग व्यक्ति जिनका कोई सहारा नहीं है तथा जिन्हें बुढ़ापे में अकेला छोड़ दिया जाता है को कानूनी अधिकारों से अवगत करवाना है ताकि वे निःशुल्क कानूनी सहायता प्राप्त कर अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ऐसे व्यक्तियों को निःशुल्क कानूनी सहायता, कानूनी सलाह व कानूनी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि नालसा की ऐप https://nalsa.gov.in व पत्राचार के माध्यम से व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज कर निःशुल्क कानूनी सहायता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने इस अवसर पर महिलाओं के अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी विजय कांत नेगी ने भी अपने विचार प्रकट किए।
शिविर में ग्राम पंचायत पूह प्रधान राजेश कुमार, उपप्रधान दोरजे नेगी, ग्राम पंचायत नमज्ञां के प्रधान बलदेव नेगी, विभिन्न पंचायतों के जन प्रतिनिधि व पंचायत सचिव उपस्थित थे।