स्पीति घाटी के कारा नामक स्थान में फंसे 28 भेड़ पालकों को किया रेस्क्यू। एनडीआरएफ ,आइटीबीपी होमगार्ड पुलिस व स्थान स्थानीय लोगों की मदद से किया गया आज सुबह रेस्क्यू । बाकी बचे लोगों को दूसरे चरण में किया गया रेस्क्यू। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर प्रेम नेगी की अगुवाई में किया गया यह कठिनतम एव जोखिमपूर्ण अभियान को सफल।
हिमाचल प्रदेश के पिन घाटी के कारा में फंसे भेड़ पालको की टीम के 28 सदस्यों को एनडीआरएफ, आइटीबीपी पुलिस होमगार्ड व स्थानीय लोगो की मदद से आज सुबह करीब नो बजे रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू टीम मूलिंग में भी भेड़ पालक फंसे न हो खोज करने में जुटी है। एनडीआरएफ के टीम कप्तान इंस्पेक्टर प्रेम नेगी की अगुवाई में किया गया।यह रेस्क्यू अभियान विकट एवं जोखिम पूर्ण होने के बावजूद सफलता से अंजाम दिया गया । एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया बचाव दल 11 जुलाई को भावा घाटी से कारा की ओर पैदल चला। लेकिन मूलिंग से करीब 5 किलोमीटर आगे खड्ड का पानी अधिक होने के कारण टीम आगे जा नही सकी किसी तरह एक स्थानीय व्यक्ति को आगे भेजा गया । शाम सभी फंसे हुए लोगो को एकत्रित करने के बाद आज सुबह करीब नौ बजे 21 भेड़ पालकों को जिन में पशुपालन विभाग के भेड़ प्रजन्न केंद्र ज्यूरी की टीम भी शामिल है रेस्क्यू किया गया। बाकी बचे लोगों को दूसरे चरण में रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू टीम को मूलिंग नामक स्थान में भी भेड़ पालकों के होने की संभावना है इस लिए खोज अभियान जारी है। लेकिन कारा से सभी भेड़ पालकों को रेस्क्यू किया गया है।