नई दिल्ली। न्यूज व्यूज पोस्ट।
ऑपरेशन सिंदूर की सैन्य सफलता ने अब सोशल मीडिया के मोर्चे पर भी असर दिखाना शुरू कर दिया है। जैसे कभी मालदीव के बहिष्कार का ट्रेंड छाया था, अब वैसी ही लहर तुर्की के खिलाफ उठने लगी है। इस डिजिटल बहिष्कार ने अब यात्रा, एविएशन और ग्राउंड हैंडलिंग जैसे सेक्टरों को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
तुर्की-पाक गठजोड़ से नाराजगी
भारत में गुस्से की वजह साफ है—तुर्की द्वारा पाकिस्तान को सैन्य ड्रोन की आपूर्ति, खुलेआम समर्थन और दोनों देशों के बीच संदिग्ध सैन्य उड़ानों की खबरें। माना जा रहा है कि इन उड़ानों के ज़रिए सैन्य उपकरण या ड्रोन भेजे जा सकते हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड करने लगा।
ट्रैवल कंपनियों का जवाब
प्रभाव साफ दिखा जब कॉक्स एंड किंग्स और इक्सिगो ने तुर्की सहित कुछ देशों के लिए बुकिंग निलंबित कर दी। उधर, इंडिगो और तुर्की एयरलाइंस की साझेदारी को भी सोशल मीडिया पर आलोचना झेलनी पड़ी।
भारत में तुर्की की मौजूदगी: ग्राउंड हैंडलिंग में सेलेबी
तुर्की की कंपनी सेलेबी एविएशन भारत के कई अहम हवाई अड्डों पर ग्राउंड और कार्गो हैंडलिंग करती है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद समेत 9 शहरों में इसकी मौजूदगी है। यह कंपनी G20 जैसे हाई-प्रोफाइल इवेंट्स के दौरान वीआईपी ग्राउंड हैंडलिंग कर चुकी है।
क्या कहता है द्विपक्षीय हवाई समझौता?
विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत-तुर्की के बीच द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौते में लंबे समय से कोई संशोधन नहीं हुआ है, जिसकी वजह से एयरलाइंस भारत में नई उड़ानें नहीं जोड़ पा रहीं। इस कूटनीतिक गतिरोध के पीछे तुर्की का पाकिस्तान को समर्थन भी एक बड़ी वजह माना जाता है।