धर्मशाला/शिमला | न्यूज व्यूज पोस्ट,
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) का हेड ऑफिस अब शिमला से स्थानांतरित होकर जिला कांगड़ा में स्थित होगा। यह महत्वपूर्ण घोषणा निगम के चेयरमैन रघुवीर सिंह बाली ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक के बाद की। यह निर्णय प्रदेश की पर्यटन नीति के विकेंद्रीकरण और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा कांगड़ा को “टूरिज्म कैपिटल” बनाए जाने की घोषणा के अनुरूप लिया गया है।
शिमला की किराए की बिल्डिंग से निकलेगा निगम का मुख्यालय
1972 से शिमला के मॉल रोड पर किराए की इमारत में संचालित हो रहा एचपीटीडीसी अब धर्मशाला से संचालित होगा। बाली ने बताया कि वर्षों से किराए की बिल्डिंग खाली करने के नोटिस मिल रहे थे। धर्मशाला में नई इमारतों को चिन्हित किया गया है और नगर निगम द्वारा कुछ सरकारी भवनों की पेशकश भी की गई है।
78 करोड़ से 109 करोड़ तक पहुंचा टर्नओवर
बाली ने बताया कि उनके कार्यभार संभालने के समय एचपीटीडीसी की टर्नओवर 78 करोड़ रुपये थी, जिसे बढ़ाकर 109 करोड़ तक पहुंचाया गया। उन्होंने खर्चों में कटौती, सेवाओं में सुधार और राजस्व बढ़ाने पर जोर दिया। दूसरे वित्तीय वर्ष में भी 107 करोड़ की स्थिर टर्नओवर दर्ज की गई।
प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद सफलता
हिमाचल में बर्फबारी, भूस्खलन और भारी बारिश जैसी आपदाओं के बीच भी एचपीटीडीसी ने लगातार वृद्धि दर्ज की। यह दर्शाता है कि निगम ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने प्रदर्शन में कोई कमी नहीं आने दी।
रिटायर्ड कर्मचारियों को मिला लाभ, बंद होटलों को मिलेगा नया जीवन
पिछले दो वर्षों में रिटायर्ड कर्मचारियों को 41 करोड़ रुपये के लंबित लाभ वितरित किए गए। इसके अलावा, निगम के 56 में से कई बंद पड़े होटलों को फिर से शुरू करने की योजना बनाई गई है। एडीबी फंडिंग के तहत रेनोवेशन कार्य शुरू हो चुका है और कुछ परियोजनाओं के टेंडर भी जारी हो चुके हैं।
नया हेड ऑफिस: रणनीतिक बदलाव का प्रतीक
धर्मशाला से अब एचपीटीडीसी के एमडी, जीएम, डीजीएम सहित पूरा प्रशासनिक अमला कार्यरत रहेगा। यह निर्णय केवल स्थानांतरण नहीं, बल्कि हिमाचल के पर्यटन प्रशासन के रणनीतिक पुनर्गठन का प्रतीक है।