नई दिल्ली, 12 जून 2025:न्यूज व्यूज पोस्ट,
अगर आप भी अपने एयर कंडीशनर (AC) को 16°C या 18°C पर चलाकर “एक्स्ट्रा कूलिंग” का मजा लेते हैं, तो अब यह आदत बदलनी पड़ेगी। भारत सरकार ने एयर कंडीशनिंग सिस्टम के तापमान को लेकर सख्त दिशा-निर्देश लागू कर दिए हैं, जिनके अनुसार अब किसी भी AC को 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे या 28 डिग्री सेल्सियस से ऊपर सेट नहीं किया जा सकेगा।
यह जानकारी केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दी। उन्होंने बताया कि यह पहल ऊर्जा की बचत, पर्यावरण सुरक्षा और उपभोक्ताओं के बिजली बिलों को नियंत्रित करने की दिशा में उठाया गया एक प्रभावशाली कदम है।
🔍 क्या बदलेगा आपके AC में?
- रिमोट से हट सकते हैं 16°C, 18°C जैसे विकल्प।
- स्मार्ट एसी ऐप्स में नया अपडेट संभव, जो तापमान को 20°C-28°C के भीतर सीमित करेगा।
- निर्माता कंपनियों को अपने प्रोडक्ट सॉफ्टवेयर अपडेट करने होंगे।
💡 क्यों जरूरी है यह बदलाव?
- AC का तापमान हर 1°C बढ़ाने पर 6% तक बिजली की बचत होती है।
- ठंडे तापमान पर चलने से AC पर अधिक लोड आता है, जिससे ऊर्जा खपत बढ़ती है।
- यह नियम बिजली की मांग कम करेगा और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में भी कमी लाएगा।
🛠️ नया नियम किस पर लागू होगा?
- यह नए और पुराने दोनों तरह के AC पर लागू होगा।
- मानकीकरण ब्यूरो (BIS) की सिफारिशों के आधार पर कंपनियों को यह सीमा तय करनी होगी।
🗣️ सरकार की मंशा
मंत्री खट्टर ने कहा कि भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देश में जरूरत से ज्यादा ठंडक एक “आदत” बन गई है, जो न केवल शरीर के लिए हानिकारक है, बल्कि देश की ऊर्जा व्यवस्था पर भी बोझ बनती है।
🔚 निष्कर्ष
AC तापमान को 20°C से नीचे और 28°C से ऊपर सेट करने पर रोक लगाने से देश को ऊर्जा संकट से निपटने में मदद मिलेगी। यह कदम न सिर्फ उपभोक्ताओं की जेब पर राहत देगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा।