रामपुर बुशहर। न्यूज़ व्यूज पोस्ट—अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की हिमाचल इकाई व हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने मुख्यमंत्री का अंतर जिला स्थानांतरण नीति में संशोधन करके प्रदेश के 45 हजार शिक्षको को लाभ देने के लिए आभार व्यक्त किया है। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सचिव पवन मिश्रा,हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार, प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर, प्रान्त संगठन मंत्री विनोद सूद, प्रान्त वरिष्ठ उपाध्यक्ष जय शंकर, अतिरिक्त महामंत्री सुधीर गौतम, दर्शन लाल, मीडिया प्रभारी शशि शर्मा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों, जिला कार्यकारिणी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, शिक्षा मंत्री, गोविंद ठाकुर, मुख्यसचिव राम सुभाग सिंह, प्रधान शिक्षा सचिव डॉ रजनीश, डॉ पंकज ललित का आभार व्यक्त किया है।प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि आठ अगस्त को मंडी में मुख्यमंत्री ने 45 हजार शिक्षको जिसमे जेबीटी, सी एंड वी के लिए अंतर् जिला ट्रांसफर नीति बनाने की घोषणा की थी। विभाग ने इस नीति को बनाकर बहुत बड़ी राहत शिक्षक साथियो को दी थी। परन्तु कुछ जिलो में स्थानांतरित हुए शिक्षक 3 वर्ष पूरे होने के बाद भी नियमित नही हो पाए, मुख्यमंत्री ने महासंघ ने 29 जनवरी को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से इस विषय को उठाया।
तीन अप्रैल को हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ का एक प्रतिनिधिमण्ड मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव, शिक्षा सचिव से मिल कर प्रदेश में पांच जिलों में नियमितीकरण से वंचित विषय को उठाया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कैबिनेट में विषय को लाने के आदेश देकर शिक्षको को नियमितीकरण का तोहफा दिया है। यह पोलिसी शिक्षा विभाग की होने के कारण कार्मिक ओर वित्त विभाग ने इन शिक्षको को नियमित होने से रोक दिया था। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ सभी अधिकारियों का जिनका सहयोग रहा ,जिसमे वित्त सचिव प्रमोद सक्सेना, डॉ अमरजीत का भी आभार किया है। इनके सहयोग से अंतर जिला में ट्रांसफर होने वाले सभी विभागों के लिए नीति में संशोधन किया है। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने एसएमसी अध्यापको की एक्सटेंशन देने के लिए भी आभार किया और इन अध्यापको के लिए स्थाई नीति की मांग की।