धर्मशाला, न्यूज व्यूज पोस्ट |
हिमाचल प्रदेश सरकार राजधानी धर्मशाला को प्रशासनिक रूप से और सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम उठाने जा रही है। रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा), हिमाचल वन विकास निगम और पर्यटन निगम के कार्यालयों को धर्मशाला स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई है। हालांकि आर एस बाली ने पत्रकार वार्ता कर पर्यटन निगम का राज्य मुख्याल धर्मशाला स्थानांतरित करने का ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि मुख्य मंत्री से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में गठित संसाधन सृजन समिति ने इन तीन महत्वपूर्ण संस्थानों को धर्मशाला शिफ्ट करने का प्रस्ताव सरकार को सौंपा है। हालांकि, इस प्रस्ताव पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है।
सूत्रों के अनुसार, यह कदम धर्मशाला को प्रशासनिक राजधानी के रूप में मजबूत करने और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की दिशा में उठाया जा रहा है। शिमला में मौजूद इन कार्यालयों के स्थानांतरण से कांगड़ा क्षेत्र को विकास की नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
क्या है असर?
- धर्मशाला में रोजगार और निवेश के नए अवसर
- क्षेत्रीय असंतुलन को कम करने की पहल
- प्रशासनिक गतिविधियों में विकेंद्रीकरण
सरकार की मंशा
प्रदेश सरकार पहले ही कुछ विभागों और सचिवालय शाखाओं को धर्मशाला स्थानांतरित कर चुकी है। अब रेरा, वन निगम और पर्यटन निगम के शिफ्ट होने से धर्मशाला की प्रशासनिक पहचान और मजबूत होगी।