हिमाचल प्रदेश के सोलन में जंगल में शिकार के लिए गए शिकारी की साथी द्वारा चलाई गई बंदूक की गोली लगने से मौत हुई। मृतक व्यक्ति के सिर पर गोली लगी। आरोपियों ने डर से मृतक व्यक्ति का सिर धड़ से अलग कर दिया और उसके धड़ को सिरमौर के वासनी स्थित एक गुफा में छिपा दिया। जबकि सिर को सोलन के सुल्तानपुर के जंगल में दबा दिया। पुलिस जांच में पता चला है कि दोनों आरोपी सड़क के किनारे गाड़ी खड़ी करके शिकार करने चले गए थे। सोमदत्त भी उनके साथ चला गया। शिकार के दौरान संदीप ने अपनी बन्दूक से गोली चला दी, जो दूसरी तरफ सोमदत्त के सिर पर लगी। गोली लगने से सोमदत्त की मौके पर ही मौत हो गई। इस वारदात के बाद दोनों आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए लाश को अपने साथ रखे प्लास्टिक के कट्टे में डाल दिया। लाश को ये दोनों अपनी गाड़ी में सिरमौर जिला के वासनी जंगल में एक गुफा में ले गए। जाने से पहले दोनों आरोपियों ने अपने-2 मोबाइल एक गाड़ी में रख दिए, ताकि इनकी लोकेशन को पुलिस द्वारा ट्रेस न किया जा सके।
इसके बाद गुफा में रात को ही इन दोनों ने मृतक सोमदत्त की गर्दन को दराट से काटकर धड़ से अलग कर दिया और गुफा में ही धड़ को आग लगाकर मृतक के सिर को अपने साथ लेकर वहां से वापस आ गए। आरोपियों ने सोमदत के सिर को सुलतानपुर के जंगल में ले जाकर आग लगाने के बाद जमीन में गाड़ दिया और मृतक के मोबाइल फोन को भी तोड़कर फेंक दिया। उन्होंने ही मृतक की बन्दूक को भी छुपा दिया था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बंदूक को भी बरामद कर दिया है।पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर सोलन निवासी आरोपियों भुट्टो राम और संदीप को गिरफ्तार कर दिया है। पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार मृतक सोमदत उर्फ सोनू(38) निवासी गांव पलहेच, तहसील पच्छाद सोलन में अपने जीजा के घर आया था, क्योंकि इसकी पत्नी काफी समय से बीमार चल रही थी। 21 जनवरी को सोमदत घर के साथ लगते जंगल की तरफ यह कहकर गया था कि वह लकडियां लाने जा रहा है लेकिन वापस नहीं लौटा। काफी समय बाद भी जब घर नहीं लौटा तो उसे फोन किया लेकिन स्विच ऑफ था। इसके बाद लोगों ने सोमदत की तलाश अपने स्तर पर जंगल में की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इस पर परिजनों ने 23 जनवरी को थाना सदर सोलन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।