सुन्नी। न्यूज व्यूज पोस्ट/
382 मेगावाट सुन्नी बांध पनविद्युत परियोजना के प्रभावित किसानों की ज़मीन का उचित मुआवजा देने, स्थानीय लोगों को रोजगार देने, अवैध डंपिंग, उठाऊ पेयजल परियोजनाओं, हर गांव को सड़क, पानी, डस्ट अलाउंस, धूल से पशुओं को होने वाले नुकसान, मकानों को आने वाली दरारों, चरागाह के लिए स्थान, पानी के स्रोतों, सोशल इम्पैक्ट रिपोर्ट, लोकल एरिया डेवेलपमेंट फंड लाडा के पैसे, ज़मीन के बदले ज़मीन, पुनर्वास आदि मुद्दों पर परियोजना निर्माण करने वाली रित्विक कम्पनी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में ग्यारह पंचायतों के बीस गांवों के सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। प्रदर्शन को हिमाचल किसान सभा नेता भूतपूर्व विधायक राकेश सिंघा, सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, हिमाचल किसान सभा जिलाध्यक्ष प्रेम चौहान, महासचिव पूर्ण चंद ठाकुर, किसान नेत्री कृष्णा राणा, सीटू जिलाध्यक्ष कुलदीप डोगरा, कोषाध्यक्ष बालक राम, कैप्टन मस्त राम शर्मा, नरेश भारद्वाज, दलीप शर्मा, मास्टर रामानंद, ठाकुर सेन, दुर्गा दास शर्मा आदि ने सम्बोधित किया।
प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्रदर्शन के बाद एसजेवीएनएल व रित्विक कंपनी प्रतिनिधियों से किसान प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दों का समाधान करने की हामी एसजेवीएनएल व रित्विक कंपनी प्रतिनिधियों ने भरी। हिमाचल किसान सभा ने चेतावनी दी है कि अगर मांगों का समाधान जल्द न हुआ तो एसजेवीएनएल व रित्विक कम्पनी कार्यालयों पर घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम शुरू होगा। किसानों की मांगों पर बेमियादी निर्णायक आंदोलन शुरू होगा। इस आंदोलन की रूपरेखा के तहत किसान सभा द्वारा गांव गांव जाकर किसानों को जागरूक करने का कार्यक्रम आयोजित होगा। इसी मुहिम के तहत 25 नवम्बर को प्रदेश सरकार सचिवालय शिमला में किसानों का महापड़ाव होगा जहां सैंकड़ों किसान भाग लेंगे।