रामपुर बुशहर –विशेषर नेगी ——–
एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक होगा पूर्ण रूप से
प्रतिबंधित। ताकि पर्यावरण संरक्षण में मिले मदद। इसे लेकर हिमाचल
प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने विभिन्न माध्यमों से ऊपरी
क्षेत्र चलाया है जागरूकता अभियान। रामपुर एसडीएम कार्यालय में विभिन्न
विभागों के साथ हुई बैठक में इस अभियान को सफल बनाने के लिए बनी रणनीति।
भारत सरकार द्वारा एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण
रूप से लगाए जा रहे प्रतिबंधित को अमलीजामा पहनाने के लिए संबंधित विभाग
ने कमर कस ली है। ताकि पर्यावरण संरक्षण में मदद मिल सके । जनजन तक इस
बारे जागरूकता लाने के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
ने विभिन्न माध्यमों से ऊपरी क्षेत्र में अभियान चलाया है । ऊपरी
शिमला , किन्नौर काज़ा व् निरमंड क्षेत्र में लोगो को शिविरों और प्रचार
माध्यमों से जानकारी दी जा रही है , ताकि सिंगल यूज प्लास्टिक की श्रेणी
में क्या क्या आएंगे। इस के विकल्प की कैसे भरपाई करे बताया जा रहा
है । इन उत्पादों को तैयार करने वालो और प्रयोग करने वाले व्यवसाइयों को
भी समय पर सचेत किया जा रहा है। एसडीएम कार्यालय रामपुर में एसडीएम
सुरेंद्र मोहन की अध्यक्षता विभिन्न विभागों की एक बैठक आयोजित की गई।
जिस में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मुख्यालय से आये अधिकारियो ने सिंगल यूज
प्लास्टिक बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा इसे रोकने के लिए
19 विभागों की सहभागिता की गई है। उन्होंने कहा बोर्ड की ओर से सिंगल
यूज प्लास्टिक एकत्रीकरण से ले कर रिसाइक्लिंग में मदद भी की जायेगी।
बैठक में वन विभाग के अधिकारियो की अनुपस्थिति से नाराजगी भी जाहिर की।
बैठक में बताया गया की वन विभाग की भूमिका इस अभियान में अधिक होनी
चाहिए ,लेकिन पर्यावरण और वन संरक्षण से संबंधित बैठकों में वन विभाग के
अधिकारी नदारद रहते है।
– एसडीम रामपुर सुरेंदर मोहन ने बताया जितने भी स्टेकहोल्डर
डिपार्टमेंट है उनके साथ सिंगल यूज़ प्लास्टिक के बारे में बैठक कर
चर्चा हुई। सरकार की जो नई पॉलिसी बनी है और सिंगल यूज प्लास्टिक में
कुछ नई चीजों को जोड़ा गया है। उन्हें 1 जुलाई से 2022 से बिल्कुल बंद
किया जाएगा। इसे लेकर अधिकारियों के साथ बैठक हुई और इस पर चर्चा हुई
कैसे इसे रोका जाए। पोलूशन कंट्रोल बोर्ड के माध्यम से लोगों को जागरूक
भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा अर्बन लोकल बॉडी है उन्हें भी निर्देश
दिए गए हैं ,कि जो सरकार की पॉलिसी के अनुसार प्लास्टिक 75 रूपये किलो
क्रय करे। पीडब्ल्यूडी विभाग से भी कहा गया है कि कि वह अर्बन लोकल बॉडी
से प्लास्टिक लेकर सड़कों के निर्माण में इसका प्रयोग किया जाए।
पोलूशन कंट्रोल बोर्ड मुख्यालय के चंदन ने बताया कि
थर्माकोल की कटलरीज है, इस तरह की वस्तुएं आने वाले 1 जुलाई से भारत
सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया। है हमें यह सुनिश्चित करना है कि चयनित
आइटम्स को ना तो खुद प्रयोग करना है ना ही किसी को प्रयोग करने देना है।
लोगों में जागरूकता लानी है।
-पलूशन कंट्रोल बोर्ड की रीजनल इंजीनियर अंजू नेगी ने बताया कि
उनके अभियंता ने सिंगल यूज प्लास्टिक के निष्पादन के लिए एक प्रजेंटेशन
दिया और कैसे इसे कंस्ट्रक्शन में प्रयोग किया जाएगा बताया। बैठक
काफी सकारात्मक रही है, सिंगल यूज प्लास्टिक से निपटने के लिए हम सभी
विभाग मिलकर प्रयास करेंगे और लोगों में जागरूकता लाने के लिए कार्यक्रम
भी किए जाएंगे। ताकि हमारी यह धरती हरी भरी रहे और शुद्ध वातावरण मिले।