रामपुर बुशहर –विशेषर नेगी ——शिमला जिला के रामपुर के समीप खनेरी नामक स्थान में सतलुज नदी में
बहे 2 स्कूली छात्र। अब तक दोनों छात्रों का नही मिला है कोई सुराग।
एनडीआरएफ 7 वी बटालियन बठिंडा की टीम लगी है खोज अभियान में।
दोनों लापता छात्र थे इकलौते और संयोग वश दोनो के ही बाप मारे जा
चुके है पूर्व में दुर्घटनाओं में।
-शिमला जिला के रामपुर के समीप खनेरी नामक स्थान में 2 स्कूली
छात्र सतलुज नदी में बह गए। अब तक दोनों लापता छात्रों का कोई सुराग
नहीं लग पाया है। एनडीआरएफ की 7 वी बटालियन बठिंडा की टीम सुबह से ही
सतलुज नदी में सर्च ऑपरेशन चलाये है। पुलिस, होमगार्ड, फायर ब्रिगेड
भी सतलुज नदी के दोनों किनारो में खोज अभियान में लगी है। एनडीआरफ की
टीम ने बोट की मदद से सतलुज के मध्य पत्थरो के बीच खोज जारी रखा।
लेकिन लापता छात्र नदी की तेज बहाव में कहाँ बहे पता नहीं चल रहा है।
दोनों लापता 14 वर्षीय छात्र खनेरी के निजी स्कूल में 9 वी कक्षा में
पढ़ते थे। दोनों ही इकलौते थे और दोनों के ही बाप कई वर्ष पहले अलग
अलग दुर्घटनाओं में मारे जा चुके है। बीते शाम वो पास ही क्रिकेट
खेलने गए थे , बाल जैसे ही नीचे गिरा तो छह छात्र बाल खोजने सतलुज
किनारे गए थे। सतलुज में बहे छात्रों में एक मंडी ज़िला के करसोग तहसील के चौकी से है । इस बच्चे की माँ रामपुर खनेरी चिकित्सालय में सेवारत है जबकि दूसरा छात्र रामपुर के ही तकलेच क्षेत्र के थेडा से था।
साथी छात्र तनिश डोगरा ने बताया कि वे पास ही क्रिकेट खेल रहे
थे, जब बाल नीचे सतलुज किनारे गिरा तो बाल खोजने के लिए छह छात्र
नीचे आए। उन्होंने पहले सोचा कि सतलुज नदी में तैर ले और सब ने कपड़े
खोलें तनिश क्यों की तैरना जनता है और अक्सर यहाँ तैरता है पहले नदी में
उतरा और नदी का बहाव तेज है साथियो को कहा आज बहाव तेज है नदी में जाए।
इस लिए तनिश और अन्य तीन साथियो ने कपड़े पहन लिए। लेकिन अंशुल और मानव
दोनों ने साथियो से कहा की वे बाल खोजे तब तक एक डुबकी वे नदी में किनारे
पर लगाएंगे। साथ बाल खोजने गए जब वापिस आये तो दोनों छात्र लापता थे।-एनडीआरएफ टीम के निरीक्षक कल्लू ने बताया रात को ही उनकी टीम
घटनास्थल पर पहुंच गई थी और सर्च ऑपरेशन जारी किया। लेकिन अंधेरे के कारण
वह रात को आगे सर्च ऑपरेशन जारी नहीं रख सके। आज सुबह फिर से
उन्होंने वोट के माध्यम से आज सर्च अभियान को जारी कर दिया है।
