रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी।
चार जिलों के मरीजों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने वाले महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर खनेरी में चिकित्सा अधीक्षक समेत विभिन्न वर्ग के कुल 80 पद रिक्त । परिसर में रेडियोलॉजिस्ट ना होने व स्टाफ नर्सो की कमी से आवश्यक एवं आपात सेवाएं भी हो रही है प्रभावित। हिमाचल में शिमला के बाद सबसे अधिक मासिक प्रसव कराने वाले इस परिसर में दैनिक एक हजार से अधिक रहती है ओपीडी ।
शिमला जिला के रामपुर के समीप चार जिलों के मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने वाला महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर खनेरी रिक्तियों के कारण बीमार पड़ता जा रहा है। चिकित्सा सेवाएं परिसर में परिसर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक से लेकर विभिन्न वर्गों के कुल 80 पद रिक्त है। खासकर रेडियोलॉजिस्ट एवं स्टाफ नर्सो की कमी से आपात एवं अन्य आवश्यक सेवाएं प्रभावित हो रही है। लाहुल स्पीति जिला के स्पीति उप मंडल ,जिला किन्नौर, कुल्लू जिला का आनी एवं निरमंड उप मंडल, मंडी अथवा शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्र से मरीज विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए खनेरी आते है। खनेरी स्थित महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर में दैनिक एक हजार से 1400 तक ओपीडी रहती है। जब की प्रसव करने के मामले में हिमाचल प्रदेश में शिमला के बाद इस परिसर का दूसरा संस्थान है। जहां सब से अधिक प्रसव होते है। इस चिकित्सा परिसर में औसतन रोज आठ प्रसव होते है। इस स्थिति में रेडियोलॉजिस्ट न होने से अल्ट्रासाउंड के लिए ग्रामीण गरीब लोगों को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों में लूटने पर मजबूर होना पड़ रहा है। खासकर महिलाओं को दिक्तो का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्षा प्रतिभा सिंह और लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह के गृह क्षेत्र के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान में इस तरह रिक्तियां सरकारी व्यवस्थाओं की भी पोल खोल रही है। लोगों का आरोप है कि अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालको एवं स्वास्थ्य विभाग की जुगलबंदी के कारण खनेरी में रेडियोलॉजिस्ट के पद हमेशा रिक्त ही रखे जाते हैं।
रामपुर नगर परिषद की पार्षद कांता नेगी ने बताया कि खनेरी में काफी संख्या में मरीज उपचार के लिए आए हैं। लेकिन यहां पर जरूरतमंद का चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाता। क्योंकि रेडियोलॉजिस्ट के पद खाली पड़े हैं और स्टाफ नर्सो के पद भी काफी रिक्त है । उन्होंने कहा कि हिमाचल में महिलाओं के प्रसव शिमला के बाद सबसे अधिक रामपुर के खनेरी में होते हैं। ऐसे में खासकर गरीब दूर दराज ग्रामीण एवं मजदूर वर्ग प्रभावित हो रहा है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि रेडियोलॉजिस्ट अथवा स्टाफ नर्सो के पद जल्दी भरे जाएं ।
समाजसेवी पवन नेगी पहाड़ियां ने बताया कि खनेरी चिकित्सा सेवाएं परिसर में आए दिन स्टाफ की कमी को लेकर समस्या रहती है ।उन्होंने बताया कि आठ डॉक्टरो और रेडियोलॉजिस्ट के पद रिक्त पड़े हैं । इस वक्त सबसे बड़ी समस्या स्टाफ नर्सो की कमी से है । स्टाफ नर्स के 38 पोस्ट थे और इस वक्त 24 यहां पर कार्यरत है । उन्होंने बताया कि इस चिकित्सा सेवा परिसर में साथ लगते चार जिलों के मरीज स्वास्थ्य सेवाओं के लिए यहां आते हैं।
कार्यकारी मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ पदम शर्मा ने बताया की खनेरी चिकित्सा सेवाएं परिसर में दैनिक ओपीडी 1000 से 1400 के बीच है। दो रेडियोलॉजिस्ट यहां होने चाहिए जो नहीं है। खेनेरी मासिक करीब 240 महिलाओं का औसतन प्रसव करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्टाफ नर्स के 14 पद रिक्त पड़े हैं। उन्होंने माना की रिक्तियां के कारण सेवाएं प्रभावित हो रही है लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू से उपलब्ध कराई जा रही है।