रामपुर बुशहर। न्यूज़ व्यूज पोस्ट—-
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्षा के गृह क्षेत्र रामपुर में कांग्रेसियों की आपसी लड़ाई अब चौराहे और पुलिस तक पहुंच गई है। कांग्रेस के एक गुट ने विधायक की कथित शह पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने व परिणाम भुगतने का भी आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी है। विधायक के खिलाफ मुखर हुए एक गुट, कांग्रेस संघर्ष समिति ने आज रामपुर थाने में शिकायत कर बताया कि ब्लॉक कांग्रेस के विधायक समर्थक कुछ लोग कांग्रेस संघर्ष समिति के लोगों को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं और अभद्रता से पेश आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की धमकियां हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में कांग्रेस के ही लोगो द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिया जाना हैरानी की बात है। इससे आम लोगों में कांग्रेस के प्रति नकारात्मक संदेश जाएगा। जहां कांग्रेस संघर्ष समिति पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के गृह क्षेत्र में कांग्रेस की साख को बनाए रखने व कुनबे को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही हैं। लेकिन इस तरह की भाषा का प्रयोग ब्लाक कांग्रेस के लोगो द्वारा प्रयोग किया जाता है तो चुनाव की बेला में आम लोगों में सन्देश जाएगा कि यहां तो गुंडों का राज है। इसलिए कांग्रेस हाईकमान इस पर तुरंत संज्ञान ले। उन्होंने कहा ऐसे लोगों की बयानबाजियों से रामपुर में कांग्रेस को बट्टा लग सकता है । कांग्रेसी संघर्ष समिति के लोगों ने आज रामपुर थाने आकर शिकायत दर्ज की थी कुछ लोगों को फोन पर विधायक व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष के समर्थकों द्वारा धमकियां दी जा रही है। गुंडों से मरवाने और टांगे तोड़ने की बात की जा रही है। उल्लेखनीय है कि कुछ समय से रामपुर में 15 वर्षों से प्रतिनिधित्व कर रहे कांग्रेस विधायक नंदलाल के खिलाफ एक गुट मुखर होकर रामपुर विधानसभा हलके के विभिन्न हलकों में बैठकों का आयोजन कर रहा है। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से मांग शुरू कर दी है कि रामपुर में कांग्रेस को बचाने के लिए प्रत्याशी बदला जाए। क्योंकि वर्तमान विधायक 15 वर्षों से निठल्ले साबित हुए हैं। ऐसे व्यक्ति को भविष्य में टिकट देना कांग्रेस के लिए नुकसानदायक है । उन्होंने यह भी कहा है कि जिस समुदाय से वर्तमान विधायक आते हैं उनका केवल रामपुर विधानसभा हलके में 2% ही मत संख्या है। आज कांग्रेस के ही वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं पूर्व पंचायत समिति सदस्य पूज्य देव शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर कहा है कि उन्हें रामपुर कांग्रेस के एक नेता द्वारा फोन कर उन्हें व अन्य संघर्ष समिति के लोगों को जान से मारने की धमकी दी। जबकि वे कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं वे कांग्रेस को मजबूती प्रदान करना चाहते हैं। उधर बहाली पंचायत के पूर्व प्रधान वीरेंद्र भलूनी ने बताया कि कांग्रेस समर्थित संघर्ष समिति के साथी को फोन कर बताया गया कि जो संघर्ष समिति में तीन चार लोग चौधरी बने हैं जिसमें उन का नाम भी शामिल है। विधायक की ओर से बताया गया है कि इनका इलाज करो और उनकी तांगे तोड़ो। यह समझ नही आता कि विधायक द्वारा ऐसे निर्देश कार्यकर्ताओ को ले कर दिए हो। लेकिन जिस व्यक्ति ने फोन किया उसने विधायक की ओर से यह धमकी दी है। उन्होंने बताया कि वे लोग रामपुर में कांग्रेस को बचाने और बढ़ाने में लगे हैं । लेकिन अगर ऐसी गतिविधियां होती रही तो लोगों में कांग्रेस के प्रति क्या संदेश जाएगा। कांग्रेस में गुंडों का राज है और उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से मांग की हैं की ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जाए अन्यथा कांग्रेस के ऐसे लोग कार्यकर्ताओं से मारपीट कर सकते हैं। संघर्ष समिति के ही महेंद्र खुंद ने बताया कि जिस तरह से यह धमकी वाली घटना हुई है यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। रामपुर जैसे शांत क्षेत्र में ऐसी धमकियां भविष्य के लिए शुभ संकेत नही है। हिमाचल की आबोहवा को खराब करने की साजिश है। एमएलए का नाम लेकर हाथ पाव तोड़ने की धमकी देना और इससे ऐसा लगता कि हम किस समाज में जी रहे हैं । इस तरह का व्यवहार से लगता है कि हम किसी की जागीर छीन रहे हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव की बेला में कांग्रेस के जिम्मेदार लोगों द्वारा ऐसी धमकियां देना कांग्रेस के लिए सही नहीं होगा । ऐसे लोगों पर कांग्रेस हाईकमान सख्त कार्रवाई करें ताकि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के प्रयासों से रामपुर कांग्रेस को चार दशकों से भी अधिक समय से संजोए रखा है उसे कहीं बट्टा ना लग जाए। बहरहाल चुनाव की इस बेला में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के घर में इस तरह की कांग्रेसियों में धींगा मुश्ती कांग्रेस अध्यक्ष की साख को भी ठेस पहुंचा सकती है। इस शिकायत बारे रामपुर पुलिस का कहना है कि शिकायत दी गई है, इस कि जांच की जा रही है।