रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी
मानवता को बचाना है , नशे को जड़ से उखाड़ना है , योगा को
अपनाना है। रामपुर में ऑल माई संज मुहिम के तहत वल्ड योगा डे पर चलाया एक
अभियान। इस दौरान योगा में वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डरज ने भी योग के महत्व का
दिया ज्ञान और कहा योग भी है एक विज्ञान । निरोग आए स्वस्थ जीवन के
लिए युवा वर्ग नशा छोड़ें अपनाए योग।
शिमला जिला के रामपुर बुशहर में वर्ल्ड योगा डे के अवसर पर
नशे से लड़ने के लिए युवाओं को प्रेरित किया गया। इस दौरान योगा के
क्षेत्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके युवाओं ने भी योग के महत्व को
समझाते हुए युवाओं से अपील की कि मानवता को बचाने के लिए नशे को जड़ से
उखाड़ना होगा। उन्होंने कहा कि स्वस्थ एवं निरोगी जीवन के लिए योग को
अपनाना जरूरी है। पुलिस प्रशासन व आयुष विभाग के सौजन्य से इस मुहिम को
अंजाम देने के लिए भारी संख्या में युवाओं को, जिसमें स्कूली छात्रों की
भागीदारी सुनिश्चित की गई थी। पुलिस ने ऑल माय संज मुहिम के तहत नशे पर
लगाम लगाने और युवाओं को इससे दूर करने के लिए एक प्रयास जारी किए हैं।
ताकि हर युवा तक किसी न किसी रूप में नशे के दुष्परिणामों की वास्तविक
जानकारी पहुंचे। खासकर हीरोइन जैसे नशे की लत में जा रहे युवाओं को सही
मार्ग पर लाने के लिए एक मौहाल बने। वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर ने भी
युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि नशा धीमा जहर है ,इस से दूर रहें और
इस धीमा जहर को रोकने के लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा।
हलासन में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर चुकी
योगा ट्रेनर रिया वर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर
करीब 2000 लोगों के साथ मिलकर योग किया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया
है कि वह नशे से बचें और योग को जीवन में अपनाएं।
आर्यन शर्मा पिंच मयूरासन में में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाला एवं
योगा ट्रेनर ने बताया कि आज वर्ल्ड योगा डे के अवसर पर 1500 से 2000
लोगों ने मिलकर भागीदारी निभाई। इस योगा डे का मुख्य उद्देश्य था कि जो
युवा पीढ़ी नशे की ओर अग्रसर होती जा रही है, उन्हें रोकना है और इसमें
युवाओं को प्रेरित किया कि वे नशे की ओर ना जाये।
डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग डे के
आयोजन अवसर पर मुख्य उद्देश्य , आजकल युवाओं में जो नशे की प्रवृत्ति
बढ़ती जा रही है उसे जड़ से उखाड़ने के लिए जन सहभागिता हो और लोगों तक
इसका संदेश प्रभावी तौर से पहुंचाएं। उन्होंने बताया कि हम यह संदेश
लोगों को पहुंचाना चाहते हैं कि नशे से बाहर निकलने के लिए जो सबसे सशक्त
माध्यम है वह योग हो सकता है।
एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन ने बताया कि जिस तरह से
अंतरराष्ट्रीय योगा डे के अवसर पर बच्चों ने उत्साह दिखाया है। इस
माध्यम से संदेश समाज में जाना चाहिए था कि युवा और बच्चों को नशे से दूर
रखा जाए। योगा डे के अवसर पर बच्चों ने भी उत्साह दिखाते हुए बताया कि
वह नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे , समाज के हर वर्ग को जागरूक करते हुए नशा
छोड़ योग अपनाने का संदेश पहुंचायेगे।