रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी।
अंतर्राष्ट्रीय लवी मेला औपचारिक समाप्त होने के बाद मेला मैदान में धीरे धीरे बढ़ने लगी रौनक। किन्नौर मार्केट में इस बार सूखे मेवों के दामों में आई तेजी। चिलगोजा ने तोड़ा सारे पिछला रिकॉर्ड। व्यापारियों को उम्मीद आने वाले दिनों में बढ़ेगी भीड़ और होगा अच्छा व्यापार।
शिमला जिला के रामपुर बुशहर में हर वर्ष 11 से 14 नवंबर तक आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का आयोजन किया जाता है। लेकिन व्यापारिक गतिविधियां महीने भर तक लगी रहती है। इस बार हालांकि अभी तक अंतरराष्ट्रीय लवी मेला मैदान में रौनक नहीं बढ़ी है। इसी कारण किन्नौर मार्केट में भी मंदी छाई है। दूसरा इस बार पारंपरिक उत्पाद एवं सूखे मेवों की पैदावार कम होने के कारण दरों में भी काफी इजाफा हुआ है। चिलगोजा ने पिछले सारे रिकार्ड तोड दिए है और चिलगोजा₹2400 प्रति किलो बिक रहा है। जबकि बादाम एक हजार से ₹1400,0 खुमानी 300 से ₹500, अखरोट 400 से ₹500 प्रति किलो, चूली का तेल प्रति लीटर 1200 से ₹1500 तक, राजमाह चार सौ रुपए प्रति किलो लवी मेला मैदान में बिक रहा है। व्यापारियों को उम्मीद है कि 20 नंबर के बाद खरीददार बढ़ेंगे। उल्लेखनीय है कि बाहर से आने वालों में सुख मेबो के प्रति आकर्षण रहता है क्योंकि यह ऑर्गेनिक होते हैं। लेकिन इस बार आम खरीदारों की पहुंच से सुख में व्यापार होते जा रहे हैं।
किन्नौर ख़ाब गांव के संजीव नेगी ने बताया की वे 20 वर्षों से लवी मेला लगाने आते हैं। वे मेले में ड्राई फ्रूट्स लेकर आए है जिस में खुमानी, बादाम, राजमा, एवं अन्य स्थानीय उत्पादन को लेकर के आए है। अभी फिलहाल मंदी का दौर चला है। उम्मीद है कुछ दिनों के मेले में तेजी आ जाएगी।
किन्नौर शालखर गांव के बलबीर सिंह ने बताया लवी मेले में पारंपरिक उत्पादों को बेचने आए हैं जिस में रतन जोत जंगली धूप एवं सेब आदि। सेब गिफ्ट पैक इक्कीस सौ रुपए , गोल्डन गिफ्ट पैक 1500 रुपए में बिक रहा है।
। किन्नौर नाकों के रहने वाले टाशी छेरींग ने बताया कि वे खुमानी, बादाम, सेब, नाशपाती लेकर आए है। इस बार अभी तक व्यापार जमा नही है। खरीददार बहुत कम है।
किन्नौर पावरी गांव के सुरेश कुमार ने बताया कि अखरोट 450 से 500 रुपए , चिलगोजा ₹2400 किलो, ड्राई एप्पल 200 और ₹400 , राजमा ₹400 किलो, खुमानी 450 से 500, चूली का तेल 1500 रुपए लीटर, बादाम देवर ₹1000, बदाम कागजी₹1500 किलो बेच रहे है।
किन्नौर पावरी के रहने वाले मॉलनर ने बताया कि वह हर साल अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में आते हैं । वे किन्नौर से सारे स्थानीय प्रोडक्ट्स लेकर के आते हैं। इस बार वे न्योजा यानी चिलगोजा 2400 रुपए किलो , बदाम ₹1400 किलो, अखरोट 500 से 800 रुपए किलो, चेस्टनट₹800 किलो, राजमा ₹400 किलो, गुच्छी 15 हजार रुपए किलो, चूली का तेल ₹1200 लीटर बेच रहे है।।