रामपुर, 27 मई 2025 | न्यूज व्यूज पोस्ट।
विकास खंड रामपुर (जिला शिमला) में उद्यान विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती कुशल किसान योजना के तहत एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य किसानों को रासायन मुक्त खेती के तौर-तरीकों से अवगत कराना और पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों को बढ़ावा देना था।
ग्राम पंचायत काशा पाठ के दर्जनों किसानों ने इस शिविर में भाग लेकर जीवामृत, बीजामृत और घन जीवामृत जैसे प्रमुख जैविक घटकों के निर्माण और उपयोग की जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में उपस्थित विशेषज्ञों ने प्राकृतिक खेती के लाभों की चर्चा करते हुए बताया कि इस पद्धति से:
- मिट्टी की उर्वरता में सुधार होता है,
- उत्पादन लागत में कमी आती है, और
- किसानों की आमदनी में वृद्धि होती है।
🌿 किसानों से सीधा संवाद
शिविर के अंत में एक संवाद सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें किसानों ने अपने अनुभव साझा किए और विशेषज्ञों से सवाल पूछे। किसानों में इस पहल को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला।
🌟 विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर ग्राम पंचायत काशा पाठ की प्रधान श्रीमती पुष्पा सनाटू, विषय विशेषज्ञ (उद्यान) संजय चौहान, उद्यान विकास अधिकारी प्रवीण मेहता, ब्लॉक तकनीकी प्रबंधक (कृषि) शिवम् वालिया, उद्यान प्रसार अधिकारी अशोक मेहता व डोला राम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बागवानी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि विभाग किसानों को रासायनिक खाद व कीटनाशकों पर निर्भरता से मुक्त कर सतत व जैविक बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
🔍 आगे भी जारी रहेंगे प्रशिक्षण शिविर
उद्यान विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में भी इसी तरह के जागरूकता व प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन जारी रहेगा ताकि अधिक से अधिक किसान प्राकृतिक खेती की ओर आकर्षित हो सकें और पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ अपनी आय में भी सुधार कर सकें।