रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी।
एसजेवीएन की तीन परियोजनाओं में कार्यरत ठेका मजदूरों ने हकों को ले कर आंदोलन का रास्ता अपना दिया है । मजदूरों का आरोप है कि श्रम कानूनो का पालन नहीं हो रहा है। समान काम का समान वेतन नहीं दिया जा रहा है । दूसरी ओर निगम प्रबंधन की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि परियोजना में कार्य मजदूरों को अन्य सार्वजनिक उपक्रमों से बेहतर सुविधाएं एवं भत्ते दिए जा रहे हैं। एसजेवीएन के 15 सौ मैगावाट की नाथपा झाकड़ी परियोजना प्रमुख मनोज कुमार ने बताया कि परियोजना में कार्यरत ठेका मजदूरों की मांग जायज नहीं है।मजदूरों को जो सुविधा एवं वेतन भत्ते दिए जा रहे हैं वह पहले ही अन्य क्षेत्रों से अधिक दिए जा रहे हैं । श्रम कानून को ध्यान में रखते हुए कई मामलों में उससे भी ज्यादा लाभ उन्हें मिल रहे है। श्रम कानून से हटकर के भी उन्हें देने का प्रयास हो रहा हैं। मजदूर नेताओं के साथ दस अक्टूबर को बैठक हुई थी और निगम उच्च प्रबंधन से बात कर जो बेहतर दिया जा सकता था वह प्रस्ताव उन के समक्ष रखा गया। मांगे वही दी जा सकती है जो कानून के तहत हो और जो दिया भी जा सकता हो। लेकिन संभावनाओं से हटकर बहुत ज्यादा मांग करना वह संभव नहीं है। उन्होंने मजबूर से अपील की है कि संघर्ष का रास्ता छोड़ सौहार्द पूर्ण माहौल बनाकर बीच का रास्ता निकाले , जो संभव हो और मजदूरों के भी हित में हो । उस पर चर्चा कर आगे बढ़े । उन्हें यह भी ध्यान देना चाहिए कि सार्वजनिक क्षेत्र में अन्य किसी भी निगम से ज्यादा इस परियोजना में ठेका मजदूरों को सुविधा , लाभ व वेतन भत्ते मिल रहे हैं। बावजूद इसके आंदोलन का रास्ता अपनाना उचित नहीं होगा।