रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट
विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के दौरान ग्रामीण स्कूलों के टीचिंग स्टाफ की ड्यूटी खेल आयोजन में लगाए जाने पर लोगों ने एतराज जताया है। लोगों का कहना है कि पहले ही ग्रामीण स्कूलों में रिक्तियां व अन्य अड़चनों के कारण छात्र-छात्राओं की शिक्षा प्रभावित हो रही है । ऊपर से अब खेल प्रतियोगिताओं के दौरान पहुंच एवं जुगाड़ वाले अध्यापकों की ड्यूटियां खेल प्रतिस्पर्धाओ में ड्यूटी देने के लिए लगाई जा रही है । जबकि संबंधित स्कूलों से पहले ही डीईपी , पीईटी व टीम इंचार्ज की ड्यूटी लगी होती है। इस तरह का ताजा उदाहरण रामपुर में मंगलवार से हो रहे बॉयज अंडर 19 प्रतियोगिता में देखा जा सकता है। अभिभावकों ने हैरानी इस बात से भी जताई है कि दूर दराज स्कूलों के अध्यापकों ने अपनी ड्यूटियां विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जा रही खेल प्रतियोगिताओं में जुगाड़ भिड़ा कर एक से अधिक बार लगवाई है। अभिभावक शिक्षा विभाग के उस जंगल राज को भी पचा नहीं पा रहे है जिस में कुल्लू जिला के रंदल स्कूल तक से अध्यापकों ने दूसरे जिले में खेल प्रतियोगिताओं के लिए ड्यूटी लगाई है। आरोप है की ऐसी गफले बाजी न केवल खेल प्रतियोगिताओं के दौरान हो रही बल्कि वार्षिक परीक्षाओं के दौरान भी जुगाड़ू अध्यापक अपने मन माफिक स्थान पर परीक्षा ड्युटियान लगाने में कामयाब हो रहे है।
यह भी लोगो की शिकायत है की कुछ अध्यापक खेल ड्यूटी लगाकर रिलीविंग लेते है और प्रतियोगिताओं में भी हाजिर नहीं रहते । बताया जा रहा है कि इन अध्यापकों का इस तरह की ड्यूटी लगाने का मुख्य मकसद प्रतियोगिताओं के उद्घाटन व समापन अवसर पर नेताओं के आगे पीछे रह कर नजदीकियां बनाना होता है। रामपुर इंटर के प्रधान सेन सिंह टैगोर ने बताया कि इस तरह ड्यूटियां ग्रामीण स्कूलों के अध्यापकों के लगने से ग्रामीण गरीब बच्चों की शिक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इन में अधिकतर अध्यापक महत्वपूर्ण विषयों को पढ़ाने वाले हैं । इस बार पहले ही प्रतिकूल मौसम के कारण इस वर्ष का शिक्षा सत्र प्रभावित हुआ है । ऊपर से अब जुगाड़ू अध्यापकों ने खेल प्रतिस्पर्धा में ड्यूटियां लगाकर छात्रों का भविष्य अंधकार में धकेलने का प्रयास किया है । उन्होंने बताया कि इस तरह एक ही स्कूल से एक से अध्यापक अध्यापकों की खेल प्रतिस्पर्धा में ड्यूटी लगने से अभिभावक नाराज़ है।
इंटक रामपुर इकाई के प्रधान सैन सिंह टैगोर ने
कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दोफदा से 3 अध्यापकों ने अपने स्तर पर रामपुर बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपनी ड्यूटी लगाने के लिए मैनेज कर रखा है। जबकि खेल से जुड़े तीन अध्यापकों की पहले ही ड्यूटी लग चुकी है। जो इलाके के बच्चों के साथ नाइंसाफी है। उन्होंने शिक्षा मंत्री और शिक्षा निदेशक हिमाचल प्रदेश से भी इस तरह की गतिविधियों को रोकने की मांग उठाई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सुखविंदर सुक्खू से इसे संज्ञान में लेने मांग की है ताकि बिना वजह टीचिंग स्टाफ को टूर्नामेंट में ना लगाया जाए। इस से गरीब बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।
उन्होंने कथित आरोप लगाया है कि ऐसे शिक्षक अपनी सुविधा के लिए इस तरह अपनी ड्यूटी लगाने के लिए मैनेज करते हैं।
