शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट।
उत्तर भारत में फैले कुख्यात शाह सिंडिकेट का जाल अब सरकारी सिस्टम को भी खोखला कर रहा है। शिमला पुलिस के “मिशन क्लीन-भरोसा” अभियान के तहत पुलिस ने खुद अपने विभाग के दो जवानों को ड्रग तस्करी और नशे के धंधे में लिप्त पाए जाने पर डिसमिस कर दिया है।
एसएसपी संजीव गांधी ने बताया कि कांस्टेबल जुगल किशोर (नं. 358) का संबंध सीधे तौर पर शाह सिंडिकेट से था और वह इस गैंग की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। शाह सिंडिकेट के सरगना संदीप शाह समेत कई गुर्गों को पहले ही सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है।
दूसरे मामले में कांस्टेबल संदीप कुमार को भी चिट्टे के मामलों में संलिप्त पाया गया है। एसएसपी का स्पष्ट संदेश है — “चाहे वर्दी में हो या कुर्सी पर, ड्रग माफिया और नशेड़ी अब नहीं बचेंगे।”
शिमला पुलिस ने राज्य सरकार को जो सूची सौंपी है, उसमें करीब दो दर्जन सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम शामिल हैं। इस सूची में पंजाब पुलिस के दो जवान, हिमाचल पुलिस के दो और कर्मचारी, डॉक्टर, अध्यापक, पटवारी, बैंक मैनेजर, एचआरटीसी कर्मी, बिजली विभाग के कर्मचारी, फॉरेस्ट गार्ड और को-ऑप्रेटिव सोसायटी के इंस्पेक्टर तक शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने ऐसे मामलों पर सख्त रुख अपनाने का निर्देश दिया है। सरकारी मशीनरी में बैठे ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की मांग जिला पुलिस ने कर दी है। सरकार को भेजी सूची में पंजाब पुलिस के कॉप अजय कुमार और देविंद्र कुमार, हिमाचल पुलिस के कर्मी जुगल किशोर व लक्ष्य, डा. सिद्धांर्थ, तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान, सिविल सप्लाई विभाग से यशवंत ठाकुर, घंढल से सरकारी कर्मी यमन भाटिया, यूको बैंक के सहायक प्रबंधक विनय गर्ग, को-ऑप्रेटिव सोसायटी का इंस्पैक्टर आदित्य शर्मा, शिक्षा विभाग से वरिष्ठ सहायक त्रिलोक नेगी, जल शक्ति विभाग में बेलदार पुरुषोत्तम, पटवारी विजय कुमार, जल शक्ति विभाग का पंप ऑप्रेटर बृजमोहन, अध्यापक विजेंद्र सिंह रावत, फाेरैस्ट गार्ड प्रशांत राठौर व अनीश, बिजली कर्मी अजय कुमार, लैब तकनीशियन अमन कुमार, एचआरटीसी कर्मी राहुल और चालक अनूप कुमार, मैकेनिक पवन कुमार और लोक निर्माण विभाग कर्मी राकेश कुमार शामिल हैं, जिनके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई अमल में लाने की जिला पुलिस प्रशासन ने मांग उठाई है।
“मिशन क्लीन-भरोसा” के तहत शिमला पुलिस ने यह साफ कर दिया है कि अब कोई भी सरकारी ओहदा नशे की ढाल नहीं बन पाएगा।