पीओ / विशेषर नेगी —–

–प्रसार भारती के सदस्य कार्मिक एवं वित डी पी एस नेगी ने आकाशवाणी
प्रसारण केंद्र कल्पा। स्थित रिकांग पिओ का आज दौरा किया। उनका केंद्र पहुंचने
पर केंद्र के कर्मचारियों ने स्वागत किया। इस दौरान सांगला व आसपास के
क्षेत्रों के पंचायत प्रतिनिधियों व लोगो ने सांगला में एफएम रेडियो
स्टेशन खोलने की मांग रखी। इस पर उन्होंने तुरंत संबंधित उच्च अधिकारियों
से बात कर उस पर सकारात्मक कदम जल्द उठाने का भरोसा दिया। इस दौरान
उन्होंने रिकांग पिओ आकाशवाणी प्रसारण केंद्र में शिमला से हर महीने 2 या 3 दिन प्रोग्राम से जुड़े कर्मचारियों व्
संबंधित अधिकारियो को कंटेंट संकलन के लिए जाने के निर्देश दिए। इसके
साथ-साथ उन्होंने दूरदर्शन व रेडियो के कार्यक्रमों को और प्रभावी व जन
आकर्षक बनाने के लिए भी कर्मचारियों को टिप्स दिए। डीपीएस नेगी ने बताया
कि यहां पर फीडबैक मिला की किन्नौर की जो समृद्ध संस्कृति, यहां की
परंपरा और रसमें है वह काफी अनूठी है और इससे विलुप्त होने से बचाया जाए।
इसे गम्भीरता से लेते हुए केंद्र कर्मचारियों से चर्चा हुई और यह प्रयास हुआ कि
किस तरह से इसे जनता तक प्रसार भारती के माध्यम से पहुंचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रोग्राम से जुडी सुविधाएं भी पीओ स्थित केंद्र में
बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा। ताकि किन्नौर से आम कलाकारों व छुपी हुई प्रतिभाओं को शिमला जाने
की आवश्यकता ना पड़े और कल्पा स्टेशन में ही उनके कार्यक्रम रिकार्ड
कराए जाएं ताकि प्रसार भारती को भी अच्छे कंटेंट्स मिल सके और कलाकार को भी घरद्वार पर सविधा व सेवा। इस से जहाँ
स्थानीय संस्कृति को संरक्षित करने में सफलता मिलेगी वही इस का प्रचार
प्रसार देश विदेश में होगा। उन्होंने बताया कि सेट टॉप बॉक्स व फ्री
डिशिज किस तरह दूरदराज के गरीब लोगों तक पहुंचाया जा सके रणनीति
बनाई ताकि केंद्र और प्रदेश सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं को आम
लोगों तक पहुंचा कर लोगों को उनका लाभ मिल सके। डिश और सेटटॉप बॉक्स जरूरतमंदों और पात्र लोगो को वितरित हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया देश के
प्रधानमंत्री चाह और सोच सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास और सब का
प्रयास को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना होगा। उन्होंने बताया किन्नौर
की संगीत से जुडी प्रतिभाओ को कि टैलेंट हंट के द्वारा उनके टैलेंट को
आगे बढ़ाने में प्रसार भारती मंच देगा। उन्होंने बताया कि जुलाई-अगस्त
के बाद पीओ स्थित प्रसारण केंद्र में ही रिकॉर्डिंग की व्यवस्था की
जाएगी। इसके अलावा यहां के मेले उत्सव और परंपराएं जो विलुप्त होने के
कगार पर है उन्हें भी आकाशवाणी और दूरदर्शन केंद्र के माध्यम से देश
विदेश तक पहुंचा जा सके ऐसा प्रयास होगा। उन्होंने बताया हिमाचल खास कर सीमांत और जनजातीय क्षेत्रो में कई अनूठी परम्पराए, ऐतिहासिक स्थल और फसले इन सब को प्रचारित कर विश्व पर्यटन को आकर्षित करने की आवश्यकता है। जिस में प्रसार भारती माध्यम बनेगा ताकि रोजगार के साथ आर्थिक भी दूर दराज तक मजबूत हो।
