भाजपा नेता कौल सिंह ने कहा कि प्रदेश की सुक्खू सरकार शिक्षा में गुणवत्ता देने का दावा करती है,जबकि जमीनी स्तर पर सरकार क़े ये सभी दावे सिर्फ जुमले साबित हों रहें है,उन्होंने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि रामपुर क़े एकमात्र इंजीनियरिंग कॉलेज कोटला में स्टॉफ की भारी कमी चल रहीं है, उन्होंने कहा यहां टीचिंग स्टॉफ क़े 17और नॉन टीचिंग स्टॉफ क़े 18पद काफ़ी लम्बे समय से खाली पड़े है,रिक्त पड़े पदों में डायरेक्टर कम प्रिंसिपल,1पद प्रोफेसर सिविल इंजीनियरिंग तथा एसोसिएट प्रोफेसर(2एप्लाइड साइंस,2मैकेनिकल इंजीनियरिंग,2सिविल क़े सभी कुल 6पद खाली है, वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर क़े स्वीकृत 20पदों में से 9पद खाली है,इसके अलावा नॉन टीचिंग स्टॉफ में भी 1 सुप्रीटेंडेंट,1सेक्शन ऑफिसर,1असिस्टेंट लाइब्रेरी,वर्क शॉप इंस्ट्रक्टर क़े स्वीकृत 6पदों में एक भी स्टॉफ नहीं है, 1जूनियर ऑडिटर, 1वरिष्ठ स्केल स्टेनो ग्राफर,1जूनियर स्केल स्टेनो,ऑफिस पेओन क़े 4मेसे 3पद रिक्त,लैब तकनीशियन क़े स्वीकृत तीनों पद खाली पड़े है,उन्होंने कहा ये सरासर बच्चों क़े भविष्य क़े साथ खिलवाड़ है!सरकार का इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है,
उन्होंने कहा उपमंडल रामपुर क़े अंतर्गत 3आईटीआई में भी रिक्तिया चल रहीं है,खराहन में मात्र 2स्टॉफ क़े सहारे आईटीआई चल रहीं है और वहाँ पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है,उक्त आईटीआई संस्थान क़े लिए जाने वाला रास्ता भी खराब है,विगत वर्षों की बरसात से रास्ते में क्षति ग्रस्त पुल क़ो अभी तक ठीक नहीं किया गया,जिस कारण वहाँ पर छात्रों क़ो खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.वहीं रचोली और देल्थ आईटीआई में भी स्टॉफ की कमी से वहाँ पर प्रशिक्षण लें रहें छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हों रहीं है,साथ ही बच्चों सहित उनके परिजनों क़ो भविष्य की चिंता सता रहीं है,
उन्होंने कहा सरकार शिक्षा क़े स्तर क़ो गिराने पर तुली है,जबकि सरकार का ध्यान शिक्षण संस्थानों में छात्रों क़ो पेश आ रहीं समस्याओं एवं असुविधाओं क़ो दूर कर उनके निराकरण पर होना चाहिए था,
उन्होंने कहा सरकार इन तकनीकी शिक्षण संस्थानों में उक्त रिक्त पड़े सभी पदों क़ो शीघ्र अति शीघ्र भरे और प्रशिक्षण लें रहें छात्रों की विभिन्न मूलभूत सुविधाओं क़ो भी दुरुस्त करें!