सच
कैसा सच
आधा सच
पूरा सच
कच्चा सच
पक्का सच
इसका सच
उसका सच
तेरा सच
मेरा सच
सच
कैसा सच
गर्भ में ही बेमौत
मरने का सच
जात-पार
प्रेम कर फाँसी
लटकने का सच
सती बन यूँ ज़िंदा
जलने का सच
खिलौने छिन बचपन में
ब्याहने का सच
सच
कैसा सच
बलात्कार झेल बेहिसाब
टूटने का सच
विधवा हो इच्छाएं
कुचलने का सच
डायन कहला पत्थर
खाने का सच
बाँझ हो दुत्कार
सहने का सच
सच
कैसा सच
स्कूल से नाम कटा
कमाने का सच
भाई के लिए पेट
काटने का सच
चुनाव जीत पति हिसाब
चलने का सच
जीवंत से पूर्ण निष्क्रिय
होने का सच
सच
कैसा सच
रुढ़ियों में बंध पंख
कटने का सच
दिली ख़्वाहिश के खाक
होने का सच
निवाले से ख़्वाबों तक
मोहताज़ी का सच
फटे कपड़ों से इज्ज़त
ढ़ंकने का सच
सच
कैसा सच
सड़क पे बच्चा
जनने का सच
हर मोड़ तिरस्कार
झेलने का सच
घुट घुट के
जीने का सच
हर क्षण ज़हर
पीने का सच
सच
कैसा सच
पल पल टूटके
बिखरने का सच
हर बार बिखरके
संभलने का सच
विषमताओं से पार
पाने का सच
हार कर जीत
जाने का सच
यूंही ख़्वाबों को
जीने का सच
औरत की असीम
शक्ति का सच
सच
कैसा सच
आधा सच
पूरा सच
कच्चा सच
पक्का सच
इसका सच
उसका सच
तेरा सच
मेरा सच
सच
कैसा सच
लेखिका —- मृदुला घई श्रम मंत्रालय में एम्प्लाइज प्रोविडेंट फण्ड कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं