रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी—
– जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए निरोग जीवन की ओर लोगों को
अग्रसर करने के लिए रामपुर में कृषि एवं पशु सखियों को पशुपालन के दिए जा
रहे है टिप्स । ताकि ग्रामीण क्षेत्रो में पशुपालन व्यवसाय में सुधार के
साथ आधुनिकता ला कर लोगों को आत्मनिर्भरता की ओर किया जा सके अग्रसर। इस
दौरान पशु सखियों को सड़कों पर लावारिस पशु ना छोड़ने के लिए लोगो मे
जागरूकता फैलाने के लिए भी किया गया प्रेरित।
:-जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए स्वस्थ समाज की नीब रखी जा सके
इसे ले कर शिमला जिला के रामपुर में कृषि एवं पशु सखियों को पशुपालन के
टिप्स दिए जा रहे हैं, ताकि आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए कुशल
पशुपालन के साथ पशुओं में लगने वाली बीमारियों व् उनके उपचार का भी
तकनीकी ज्ञान हो। ऐसे में ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत दिए जा रहे इस
प्रशिक्षण से ग्रामीण आधारित व्यवसाय को बढ़ावा देते हुए आत्मनिर्भर
बनाया जा सके। रामपुर खंड की कृषि एवं पशु सखियों को फील्ड एवं
गौशालाओं में ले जाकर गउओ को टीका लगाने , टैगिंग करने और बैलो का
बधियाकरण करना भी पशु चिकित्सको द्वारा सीखाया जा रहा है। इसके
साथ-साथ उन्हें पशुओं को लावारिस सड़कों पर ना छोड़ने के लिए लोगों को
प्रेरित करने के लिए कहा जा रहा है और यह भी बताया जा रहा है कि गऊ को
पालने से जैविक खेती आसानी से हो सकती है। ताकि लोगों को रसायन रहित
अनाज पैदा कर निरोग जीवन दिया जा सके।-देवठी की पशु सखी बंदना ने बताया कि प्रशिक्षण में पशुपालन से
संबंधित विभिन्न जानकारियां दी जा रही है. जिसमें उन्हें पशुओ को
टैगिंग करना, इंजेक्शन लगाना और गाय के हाइजीन और बैलों का बधियाकरण के
बारे में सीखाया जा रहा है। आज पूरे रामपुर क्षेत्र की कृषि एवं पशु
सखियां इस प्रशिक्षण में हिस्सा ले रही है। और गाय के गोबर और उनके
महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जो सड़कों में
पशु छोड़ रहे हैं उन से निवेदन करते हैं कि वह पशुओं को सड़कों में ना
छोड़े।
विद्या देवी दत्तनगर से पशु सखी ने बताया कि गौ सदन में हमें
प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस दौरान पशुओं की बीमारी, पशुओं की नस्ल के
बारे में और गाय में जो बीमारियां और अन्य विभिन्न जानकारियां दी गई
है। उन्होंने बताया कि सड़कों में जो लोग पशु छोड़ रहे हैं। उनसे वह
यही विनती करेंगे कि पशु आवारा न छोड़े और घरों में पशुओं को पाले पशुओ
का जैविक खेती के लिए काफी महत्व है।
-नरेन पंचायत की कीरता देवी ने बताया कि आज पूरे ब्लॉक से कृषि
और पशु सखिओ को भद्राक्ष गौशाला में गाय को किस तरह से पालना है और
कैसे उन्हें उपचार करना है , टेंगिग करने के साथ बेलो के बधियाकरण के
बारे बताया गया। लोगों से वे गुजारिश करते हैकि पशुओं को आवारा ना
छोड़े। आज के हालात में प्राकृतिक खेती अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए
पशुओं का होना जरूरी है। इससे जहां हमारा जीवन रोग रहित होगा है वही
पशु भी बचाया जा सकता हैं।
नोगली भड़ावली पंचायत की संगीत और- जीना देवी बहाली की रहने वाली ने बताया कि हमें भद्राश गौ
शाला में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन दिन के प्रशिक्षण में पशुओं
के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और प्रैक्टिकल के दौरान पशुओं में
टैगिंग, टीके लगाया। इस अलावा बेलो के बधियाकरण करना भी सिखाया। हम यह
भी लोगों से उम्मीद करते हैं कि पशुओ को लावारिस ना छोड़े। किसानों
के लिए यह पशु काफी उपयोगी है। लालसा की जयंती शर्मा ने बताया आज तजुर्बे के लिए गौशाला में
प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया की गाय का मानव जीवन में क्या
महत्व है। लोगो को जागूक कर रहे है की स्वस्थ जीवन वातावरण के लिए गाय
जरूरी रसायनिक खादों के प्रयोग से हालत खराब हो रहे है। डॉ अनिल चौहान ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के
तहत कृषि व पशु-पक्षियों को रामपुर ब्लाक के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा
रहा है। फिल्ड विजिट भद्राश गौशाला में कराया गया . यहाँ पशुओं को
टीकाकरण , टेंगिग , व्के बैलो के बधियाकरण की जानकारी दी गई। उन्हें
पशुओ में लगने वाले रोग उन के लक्षण और उपचार विधि का भी ज्ञान गया।
दिया बारे में बताया जाए इस प्रशिक्षण में टैगिंग बंध्याकरण और फर्स्ट
एड के बारे में भी जानकारी दी जा रही है और विभिन्न पशु रोगों का भी
ध्यान दिया जा रहा है पशु रोग एवं उनके बारे में भी जानकारी दी जा रही
है। इस दौरान सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी
जा रही है। लोगो को पशुओ को लावारिस न छोड़ने के लिए कहा जा रहा है
ताकि लोगों को जागरूक किया जाए कि पशुओं को लावारिस ना छोड़े।